मेरठ (ब्यूरो)। भारत ज्योतिष शोध संस्थान की ओर से भारत ज्योतिष विद्यापीठ बॉम्बे बाजार के सभागार में गुरु पूर्णिमा पर्व आयोजित किया गया। इस मौके पर ज्योतिषाचार्य भारत ज्ञान भूषण ने गुरु वेद व्यास पूजन सर्व दोष निवारण महायज्ञानुष्ठान किया। इस मौके पर मुख्य वक्ता आचार्य प्रमोद शर्मा ने आध्यात्म को ज्योतिष से जोड़कर विवेचन किया। उन्होंने बताया कि अध्यात्म का ज्योतिष में क्या महत्व है। इस बारे में जानकारी दी।

कोड कर्मा क्यों है जरूरी
इस अवसर पर ज्योतिष भारत ज्ञान भूषण ने बताया कि सभी समस्याओं का समाधान अपने निर्धारित कर्मो के ज्ञान के अंतर्गत होता है। उन्होंने कोड ऑफ कर्मा के बारे में जानकारी दी। वहीं, आचार्या हर्षा भारद्वाज ने संस्थान का परिचय व उद्देश्य के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि किस तरह से हमारे कर्मो के अनुसार हमें फल मिलता है। ज्योतिष के जरिए समस्याओं के समाधान के बारे में बताया।

गुरु की महिमा बताई
मौके पर आचार्या स्वाति खन्ना ने गुरु महिमा का सार बताया। प्रिंसिपल डायरेक्टर प्रेम मेहता व प्रो। नुपूर जैन ने छात्रों को डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रदान किए। इस दौरान गुमान भूषण ने आदि शंकराचार्य के श्लोकों का भावार्थ बताया। उन्होंने बताया कि भगवान से बढ़कर गुरु होते हैं। गुरु अपने शिष्य को अपने से बढ़कर बना सकता है।