मेरठ (ब्यूरो)। ब्रह्मपुरी स्टेशन के पास लॉन्चिंग गैन्ट्री के इंस्टॉलेशन का काम बुधवार को शुरू हो गया। इसके अंतर्गत मेवला फ्लाइओवर के पास लॉन्चिंग गैन्ट्री के पार्ट्स को पिलर के ऊपर इंस्टॉल करने का काम किया जा रहा है। अब तक इसके लगभग 90 प्रतिशत इंस्टॉलेशन का कार्य पूरा कर लिया गया है और उम्मीद है कि इस महीने के अंत तक पहले सेग्मेंट को लिफ्ट करने का काम शुरू कर दिया जाएगा।

वायडक्ट का होगा निर्माण
इस लॉन्चिंग गैन्ट्री का उपयोग लगभग दो किमी लंबे वायडक्ट के निर्माण के लिए किया जाएगा। जो शताब्दीनगर और ब्रह्मपुरी स्टेशन के मध्य से ब्रह्मपुरी और मेरठ सेंट्रल स्टेशन के रैम्प तक बनाई जाएगी। इसके आगे के खंड में मेरठ सेंट्रल सहित आगे के दो स्टेशन, भैंसाली और बेगमपुल भूमिगत बनाए जा रहे हैं। भैंसाली में भूमिगत टनल बनाने का काम भी तेजी से प्रगति पर है और इसके लिए टनल बोरिंग मशीन (सुदर्शन) को टनल लॉन्चिंग शाफ्ट में असेम्बल करने का कार्य तेजी से किया जा रहा है।

काम में विशालकाय मशीन लगी
लॉन्चिंग गैन्ट्री (तारिणी) एक विशालकाय मशीन होती है जो एलिवेटेड कॉरिडॉर के निर्माण के लिए प्रयोग की जाती है। इसे पिलर के ऊपर स्थापित किया जाता है, जहां से यह गर्डर के विभिन्न सेगमेंट्स को उठाती है और उसे आपस में जोड़ती है। गर्डर के सेग्मेंट्स को कॉस्टिंग यार्ड से बड़े-बड़े ट्रकों और ट्रॉलियों पर लाद कर साइट पर लाया जाता है और लॉन्चिंग गैन्ट्री के द्वारा एक-एक कर आपस में जोड़ा जाता है। यह वायडक्ट के निर्माण के साथ-साथ आगे बढ़ती है।

23वीं लॉन्चिंग गैन्ट्री
इस सेक्शन पर लॉन्चिंग गैन्ट्री की संख्या और बढ़ाई गई है ताकि देश के पहले रीजनल रेल के निर्माण कार्य में और तेजी लाई जा सके। अब तक दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर ऐसी 22 लॉन्चिंग गैन्ट्री का प्रयोग आरआरटीएस वायाडक्ट बनाने के लिए किया जा चुका है। यह इस कॉरिडोर की 23वीं लॉन्चिंग गैन्ट्री होगी, जो अपने आप में किसी भी अर्बन ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट निर्माण के लिए काफी बड़ी बात है।