- सभी आरोपी थे नशे में, पत्थर और सरिया मारकर गिराया था बाइक से

- बाइक से गिरने के बाद प्रेमिका को सड़क पर दबोचा था

Meerut: चर्चित रिंकू हत्याकांड के सभी आरोपियों वारदात वाले दिन नशे में थे और उसकी प्रेमिका को देखकर उससे गैंगरेप की फिराक में थे। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने छेड़छाड़ के दौरान ही युवती को दबोचने की कोशिश की थी, नाकाम रहने पर उन्होंने रिंकू के वहां से जाने के बाद भी उनका पीछा किया और रिंकू को पत्थर मारकर उसकी बाइक गिरा ली। रिंकू की मौत के बाद भी उन्होंने उसकी प्रेमिका को दबोच लिया था, लेकिन किसी राहगीर के आने से वहां से फरार हो गए थे।

वो चीखती रही

रिंकू की मौत के बाद सभी आरोपियों ने प्रेमिका को सड़क पर ही दबोच लिया। युवती उनसे रहम की भीख मांगते हुए रिंकू की जान बचाने की दुहाई दे रही थी। प्रेमिका के चिल्लाने पर आरोपी उसे सड़क से नीचे कच्चे में ले गए। तभी वहां से कार गुजरी, आरोपी भाग निकले और युवती बच सकी।

प्रशस्ति-पत्र की घोषणा

आईजी सुजीत पांडेय ने घटना के खुलासे के लिए एसपी सिटी को प्रशस्ति पत्र देने की घोषणा की है, जबकि एसएसपी डीसी दूबे ने पूरी टीम को 12 हजार रुपए नगद देने का ऐलान किया है।

ग्रामीणों पर कार्रवाई मुमकिन

घटना के बाद जिस तरह से रिंकू के परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने का दबाव बनाया, उससे उसकी प्रेमिका और परिजनों को वह सजा भुगतनी पड़ी, जिसका जुर्म उन्होंने किया ही नहीं। एसएसपी डीसी दूबे ने बताया कि इस मामले में उन लोगों पर भी कार्रवाई की जाएगी, जिन्होंने बेकसूर को जबरन जेल भिजवाने में पुलिस पर दबाव बनाया।