- मेडिकल कॉलेज में होगी लैब, नहीं करना पड़ेगा इंतजार

- दो घंटे में मिलेगी जानकारी, किसको कितनी खतरनाक बीमारी

Meerut: एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में सेंट्रल गवर्नमेंट की सहायता से टीबी जांच की एक बड़ी लैब खुलने जा रही है। इसके लिए फंड भी आ चुका है। साथ ही जांच मशीनों की व्यवस्था होने जा रही है। इसके बाद मरीजों को जांच के लिए नहीं भटकना पड़ेगा। साथ ही उनकी बीमारी भी तुरंत पता चल जाएगी। मरीज किस स्टेज पर है इसकी जानकारी तुरंत मिल जाएगी। इसके बाद उसका इलाज करने में डॉक्टर्स को आसानी होगी।

यह होगी लैब

जिला अस्पताल में टीबी की जिला स्तर पर अधिकारी डॉ। पूजा शर्मा व डॉ। सुखवंत मिलकर इस लैब को मेडिकल कॉलेज में खोलने जा रहे हैं। हालांकि इस लैब में प्राइवेट शेयर भी है। जिसको एक सेमी गवर्नमेंट प्रोसेस के थ्रू तैयार किया जाएगा। मेडिकल कॉलेज इसके लिए जगह दे रहा है। पुराने भवन में इसको तैयार किया जाएगा। सरकार से फंडिंग और मशीन की व्यवस्था हो रही है। लगभग तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। अब केवल भवन तैयार होना है। सीएमएस डॉ। सुभाष का कहना है कि इस लैब के शुरू होने से जल्द ही टीबी के मरीजों को अच्छा इलाज मिलेगा।

दो घंटे में होगी जांच

सीडीएसटी व सीबीएनएएटी के नाम से शुरू होने वाली यह लैब मरीजों के लिए काफी फायदेमंद होगी। इसमें लगने वाली जांच मशीन करीब डेढ़ से दो करोड़ रुपए की है। जो आगरा में मौजूद है। लेकिन इस मशीन के लगने के बाद अब मरीजों को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। दो घंटे के अंदर मरीजों को टीबी की जानकारी मिल जाएगी। जहां मरीजों को अपने इलाज के लिए लंबा इलाज कराना पड़ता था अब इससे छुटकारा भी मिल जाएगा। बीमारी को जानने के बाद उसके अनुसार दवाइयां उपलब्ध कराई जाएंगी। ताकि मरीज को जल्द से जल्द आराम लग सके।

टीबी के मरीजों की जांच के लिए वैसे तो जिले में कई लैब हैं, लेकिन सरकारी अस्पताल में यह सबसे बड़ी लैब होगी। कई गंभीर मरीजों की जांच को पहले बाहर भेजना पड़ता था, लेकिन अब जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में ही इसकी जानकारी तुरंत पता चल जाएगी। लैब के लिए प्रक्रिया पूरी हो गई है। भवन तैयार करके मशीन लगनी है।

- डॉ। पूजा शर्मा, जिला टीबी अधिकारी