मेरठ ब्यूरो। 8 साल से स्टूडेंट्स अपनी मार्कशीट पाने के लिए यूनिवर्सिटी के चक्कर काट रहे हैं। मार्कशीट न मिलने से एक ओर उनका भविष्य दांव पर है। वहीं, दूसरी ओर उनका करियर भी खराब हो रहा है। ऐसे में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने उनकी प्रॉब्लम को यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के सामने रखा। अब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रों को आश्वासन दिया है कि दो महीने में उनके मार्कशीट मिल जाएगी।

आठ साल से भटक रहे छात्र
साल 2014-15 की मार्कशीट न मिलने पर स्टूडेंट्स का भविष्य दांव पर लग रहा है। वो लगातार यूनिवर्सिटी व कॉलेजों में चक्कर काट रहे हैं। आठ साल के बाद भी उनकी मार्कशीट नहीं बन पाई है, लेकिन शायद अब उनकी मार्कशीट मिल जाए इसकी उम्मीदें जगी है। यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक ने इस बाबत कहा है कि यूनिवर्सिटी ने कंपनी के लिए टेंडर निकाला है। जल्द ही टेंडर की प्रकिया पूरी होगी। उम्मीद है कि दो महीने के अंदर ही छात्रों को मार्कशीट उपलब्ध करा दी जाएंगी। इससे उनकी समस्याओं का समाधान हो जाएगा।

खराब हो रहा करियर
गौरतलब है यूनिवर्सिटी में आठ साल से मार्कशीट के लिए भटक रहे स्टूडेंट्स का करियर खराब हो रहा है। कई ऐसे छात्र हैं जो फाइनल इयर की मार्कशीट न मिलने के कारण अपनी पढ़ाई तक कंटिन्यू नहीं कर पाए हैं। कुछ ऐसे है जो मार्कशीट के अभाव में जॉब के लिए भी भटक रहे हैं। मार्कशीट न होने के कारण छात्रों को दूसरी यूनिवर्सिटी में एडमिशन तक नहीं मिल सका है। इसका असर उनके करियर पर पड़ रहा है।

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने उठाया मुद्दा
स्टूडेंट्स की इस समस्या को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने जिम्मेदारों तक पहुंचाया। छात्रों की समस्याओं को यूनिवर्सिटी के जिम्मेदार अधिकारियों के सामने रखा गया। इसके बाद यूनिवर्सिटी ने भी इस मामले को संज्ञान में लेते हुए जल्द से जल्द मार्कशीट प्रिंट कराने का आश्वासन दिया है। इसके बाद उसे छात्रों को देने का वादा किया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि करीब दो महीने के भीतर ही छात्रों को मार्कशीट दी जाएगी। परीक्षा नियंत्रक डॉ। अश्वनी कुमार ने जल्द ही मार्कशीट छपवाकर देने का आश्वासन दिया है। टेंडर कराकर जल्द से जल्द मार्कशीट दे दी जाएगी।

क्या कहते हैं अधिकारी
कुछ स्टूडेंट्स आए थे जिनकी मार्कशीट की समस्या थी। दरअसल कुछ मार्कशीट रह गई हैं। उनको जल्द ही छपवाकर दे दिया जाएगा। इसका टेंडर एक सप्ताह पहले निकाला जा चुका है। जल्द ही यह काम किसी कम्पनी को देकर मार्कशीट दे दी जाएगी।
डॉ। अश्वनी कुमार, परीक्षा नियंत्रक
क्या कहते हैं स्टूडेंट्स

आठ साल से मार्कशीट के लिए भटक रहे हैं। करियर को लेकर परेशानी हो रही है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से यह मुद्दा उठाकर हमारी मुश्किलें बताईं हैं। अधिकारियों ने कहा है मार्कशीट जल्द देंगे।
सुमित

अब यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही मार्कशीट मिल जाएगी। उम्मीद है कि दो महीने में हमें मार्कशीट मिल सकेगी।
शुहैब

यूनिवर्सिटी में मार्कशीट न मिलने से हमें बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जॉब में और एडमिशन में दिक्कत आ रही है। जल्द से जल्द समस्या का समाधान जरुरी है।
आशु