-मकानों पर चलाया बुल्डोजर, तो एमडीए पहुंचे पीडि़त

-डीएम के आदेश पर एमडीए ने वापस बुलाई टीम, एक हफ्ते की मोहलत

Meerut: अवैध निर्माणों पर कार्रवाई के दौरान एमडीए ने शनिवार को पल्लवपुरम क्षेत्र में अभियान चलाया। इस दौरान एमडीए की टीम ने अर्जित जमीन में अवैध रूप से बनाए गए सात में से पांच मकानों को ध्वस्त किया। उधर, मकान टूटने से आक्रोशित लोगों की शिकायत पर डीएम के निर्देश पर ध्वस्तीकरण बीच में ही रोक दिया गया।

ध्वस्तीकरण अभियान

एमडीए के जोन सी के अंतर्गत शनिवार को पल्लवपुरम व मोदीपुरम क्षेत्र में ध्वस्तीकरण अभियान चलाया गया। मौके पर मय फोर्स के साथ पहुंचे मजिस्ट्रेट महेन्द्र बहादुर व जेई नीरज शर्मा की टीम ने एमडीए द्वारा अर्जित क्षेत्र में अवैध रूप से बनाए गए मकानों को गिराया। इस दौरान पल्लवपुरम जे पॉकेट भूखंड संख्या सी-22 व सी-10, सी-31, सी-23/1 से सी 23/10 पर बने अवैध निर्माणों को हटाया गया। जेई नीरज शर्मा ने बताया कि तहसील सरधना के पल्हैड़ा क्षेत्र में स्थित यह जमीन एमडीए द्वारा अर्जित कर ली गई थी। खसरा संख्या 328 की इस जमीन पर कुल 25 भूखंड हैं, जिनमें कुछ लोगों ने अवैध रूप से सात मकान बना लिए हैं। उन्होंने बताया कि इन मकानों में से पांच अवैध मकानों को गिराया गया है।

डीएम ने रुकवाया अभियान

ध्वस्तीकरण अभियान के अंतर्गत गिराए गए मकानों से आक्रोशित कुछ लोग एमडीए के खिलाफ डीएम कार्यालय पहुंचे। आक्रोशित लोगों में से एक पीडि़ता नगमा ने बताया कि उसके पास जमीन का बैनामा है और मामला कोर्ट में विचाराधीन है। बावजूद इसके एमडीए ने उसका मकान गिरा दिया। डीएम ने मामले को सहानुभूति पूर्वक लेते हुए एमडीए सचिव कुमार विनीत को अभियान रोकने के निर्देश दिए, जिसके बाद सचिव ने संबंधित लोगों से जमीन खाली करने का लिखित में आश्वासन लेकर टीम वापस बुला ली।

उक्त जमीन एमडीए द्वारा अर्जित है। इस जमीन का दाखिल खारिज नहीं हुआ है व संबधित किसान ने मुआवजा उठा लिया है। जमीन के कब्जे पर कोई विवाद नहीं है।

कुमार विनीत, सचिव एमडीए