आई फॉलोअप

-एमडीए ने इलीगल प्रोजेक्ट के लिए तैयार किया लीगल ट्रैक

-एमडीए के लीगल ट्रैक पर दौड़ रहा बिल्डर का इलीगल प्रोजेक्ट

-बिजनेस पार्क के अवैध डेवलपमेंट को मिल रही एमडीए की सपोर्ट

-रेल प्रो इन्फ्रा डेवलपर्स दो सौ करोड़ के प्रोजेक्ट का कर रहा आगाज

Meerut: दिल्ली रोड स्थित सुपरटेक के सामने रेल प्रो इन्फ्रा डेवलपर्स अवैध रूप से जिस बिजनेस पार्क को डेवलप कर रहा है, उसको पूरा कराने में एमडीए ने एड़ी-चोटी के जोर लगा दिए हैं। 7भ् हजार वर्ग मीटर में को डेवलप किए जा रहे इस बिजनेस पार्क का एमडीए न केवल गलत तरीके से नक्शा पास कर दिया है, बल्कि बिल्डर की मदद के लिए रिठानी माइनर पर रोड भी तैयार करा दी है।

एमडीए ने बना दी एप्रोच रोड

सुपरटेक चौराहे से मोहकपुर की ओर जा रहे रिठानी माइनर पर रेल प्रो इन्फ्रा डेवलपर्स 7भ् हजार वर्ग मीटर में स्थित बिजनेस पार्क को अवैध रूप से डेवलप कर रहा है। असल में इस प्रोजेक्ट का भविष्य एमडीए के प्रस्तावित प्रोजेक्ट इनर रिंग रोड पर टिका है। इनर रिंग रोड बनने की शर्त पर ही प्रोजेक्ट को प्राधिकरण से ग्रीन सिग्नल दिया जा सकता है। दो सौ करोड़ वाले इस प्रोजेक्ट को एमडीए ने ख्0क्ब् में यह कहते हुए पास कर दिया कि इनर रिंग रोड पर कार्य शुरू हो चुका है, जबकि इनर रिंग रोड निर्माण में सबसे बड़ी बाधा किसान और सिंचाई विभाग की आपत्ति है। झूठी रिपोर्ट तैयार कर एमडीए ने न केवल प्रोजेक्ट का नक्शा पास कर दिया, बल्कि प्रोजेक्ट के सपोर्ट के लिए रजवाहे की पटरी पर पक्का रोड बनाकर भी तैयार कर दिया।

यहां हुआ खेल

सूत्रों की मानें तो रेल प्रो इन्फ्रा डेवलपर्स ने इनर रिंग रोड का सब्जबाग दिखा बिजनेस पार्क का एक बड़ा हिस्सा एक टेलीकॉम कंपनी को बेच दिया है। अब टेलीकॉम कंपनी ने खरीदे गए प्लॉट पर सेट अप बनाना चाहा तो, एप्रोच रोड का अडं़गा लग गया। बिल्डर पर दबाव बना तो उसने एमडीए से मिल इनर रिंग रोड पर काम शुरू करने की बात कही। इस एमडीए ने बावजूद अनेक आपत्तियों के बिल्डर को लाभ पहुंचाने के लिए प्राधिकरण ने रोड तैयार करा दी।

पटरी पर सिंचाई विभाग की आपत्ति

जहां पर इनर रोड बननी है वहां पर एक इंच भी सड़क का निर्माण नहीं हुआ। वहीं सिंचाई विभाग ने रिठानी माइनर की पटरी पर निर्माण को लेकर अपनी आपत्ति लगा दी है। मोहकमपुर के किसानों ने साफ कर दिया है कि जब तक उन्हें उनकी जमीन का मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक वह इस मार्ग का निर्माण नहीं होने देंगे। ऐसे में रिपोर्ट गलत देना और नक्शे का पास करना अधिकारियों की विश्वसनीयता पर सबसे बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है।

यह रोड इनर रिंग रोड का हिस्सा है। रेलवे क्रासिंग से पहले इस सड़क को एमडीए की ओर से दो हिस्सों में बनाया जा रहा है। एक हिस्सा पहले बना लिया गया था और दूसरा बनाया जा रहा है। सभी आपत्तियों को सुलझा लिया गया है।

विनीत अग्रवाल, एई एमडीए

इस मामले को दिखवाया जा रहा है। यदि बिल्डर अवैध निर्माण करा रहा है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सौम्य श्रीवास्तव, सचिव एमडीए