- दो दिनों से जनपद में बिजली कटौती से हाहाकार

- ओवरलोडिंग के चलते कंट्रोल रूम से हो रही कटौती

Meerut: बिजली ओवरलोडिंग की समस्या ने एक बार फिर जनपद में बिजली का संकट खड़ा कर दिया है। ओवरलोडिंग इस कदर है कि पॉवर कंट्रोल रूम अपनी ग्रिड बचाने के लिए इमरजेंसी रोस्टिंग का सहारा लेना पड़ रहा है। उधर, जनपद में हो रही रेगुलर इमरजेंसी रोस्टिंग लोगों के होश ठिकाने ला दिए हैं। वहीं ग्रामीण अंचलों में तीन दिन से बिजली गुल होने से ग्रामीणों में भारी रोष है।

बंद कर दी थी सप्लाई

उत्तर प्रदेश पॉवर कार्पोरेशन ने मेरठ शहर के रोस्टिंग फ्री घोषित कर रखा है, लेकिन इस पर भी शहरवासियों की मुश्किल कम होने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार रात को नार्दन ग्रिड के आदेश पर मटोर पॉवर ग्रिड ने अचानक सप्लाई बंद कर दी, जिससे शहर में अंधेरा छा गया। हालांकि मंगलवार रात को भी मटौर ग्रिड से दो घंटे के लिए सप्लाई बंद हो गई थी, लेकिन उसको समय रहते काबू पा लिया गया था।

देहात में 48 घंटे की कटौती

बिजली कटौती का सबसे ज्यादा असर ग्रामीण अंचलों में देखने को मिल रहा है। यहां एक और जहां घरों के बत्ती पंखे बंद हो गए हैं। वहीं दूसरी ओर 48 घंटे के पॉवर कट ने लोगों के सामने बिजली का संकट खड़ा कर दिया।

48 घंटे का कट

रूरल एरिया में बिजली सप्लाई की बात करें तो बिजली की कटौती सप्लाई पर भारी पड़ रही है। गांवों में 48 घंटे लगातार बिजली कटौती की जा रही है, जबकि चार घंटे भी रेगुलर सप्लाई को भी ग्रामीण तरस गए हैं। रात-रात भर बत्ती गुल रहने से गांवों में अंधेरा पसरा रहता है। ग्रामीणों की मानें तो सोमवार सुबह 10 से 12 पॉवर सप्लाई के बाद रात तक बिजली नहीं आई। इसके बाद मंगलवार को दोपहर एक बजे बिजली आई, जो आधा घंटे के बाद गुल हो गई। इसके बाद बुधवार बारह बजे तक भी बिजली नहीं आई।

क्या कहते हैं लोग --

दो दिन तक बिजली न आने से इंवर्टर डाउन हो गए हैं। बिजली और पानी का संकट खड़ा हो गया। विभाग के नंबरों पर फोन किया गया तो फोन नहीं उठे।

-विनेश तोमर, कैंट क्षेत्र

इस समय सिंचाई के पानी की परम आवश्यक्ता होती है, लेकिन बिजली न आने से पानी का संकट पड़ गया है। इसलिए डीजल इंजन से पानी निकाला जा रहा है।

-नितिन, मवाना

चौबीस घंटे में से चार-पांच घंटे ही ठीक से बिजली मिल पा रही है। बत्ती पंखे बंद हो गए हैं। गर्मी में सबसे बुरा हाला छोटे-छोटे बच्चों का है।

-मीनू जैन, सदर

बिजली विभाग से कई बार मामले की शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई जवाब नहीं मिलता। बिजली न आने का कारण पूछते हैं तो पड़ोस के गांव में तार टूटने पर ब्रेक डाउन का बहाना बना दिया जाता है।

-देवेन्द्र शर्मा, ग्रामीण रजपुरा

ओवरलोडिंग के कारण कंट्रोल रूम से ओवर ड्रा कर लिया गया था। ओवर ड्रा के चलते जनपद में बिजली की समस्या खड़ी हो गई थी। अब स्थिति सामन्य है।

-आरएस यादव, चीफ इंजीनियर विद्युत