कपिल देव

अभी जल्दबाजी होगी

भुवनेश्‍वर ने याद दिलाया गेंदबाजी का स्वर्णिम काल

बच्चे ने बेशक मंगलवार को अच्छी गेंदबाजी की, लेकिन अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा। अभी कुछ भी बोलते हैं, तो वह प्रेशर में आ जाएगा। बच्चे को अभी चार पांच मैच खेलने दीजिए।  

कीर्ति आजाद

घातक है इनस्विंग

भुवनेश्‍वर ने याद दिलाया गेंदबाजी का स्वर्णिम काल

ये मैच टी-20 था, दूसरा पाकिस्तान के खिलाफ। तीसरा भुवनेश्वर अपना डेब्यू कर रहे थे। जाहिर है नए खिलाड़ी प्रेशर में होते हैं, लेकिन भुवी ने अपने व्यक्तित्व की गजब मिसाल पेश की। आउट स्विंग पर बल्लेबाज बीट हो रहे थे तो इनस्विंग और भी घातक थी, जिसका कोई जवाब ही बल्लेबाजों के पास नहीं था।

चेतन चौहान

प्रेशर में साबित किया

भुवनेश्‍वर ने याद दिलाया गेंदबाजी का स्वर्णिम काल

भुवनेश्वर ने टेस्ट स्तर की गेंदबाजी की। पहला मैच और वो भी टी-20, बहुत मुश्किल होता है प्रेशर को कंट्रोल करना। भुवनेश्वर ने शानदार प्रदर्शन करके दिखाया।  

चेतन शर्मा

स्विंग की कला याद आई

भुवनेश्‍वर ने याद दिलाया गेंदबाजी का स्वर्णिम काल

बढ़ते क्रिकेट के बीच गेंदबाजों के लिए मुश्किल खड़ी हो रही है। खासकर भारतीय गेंदबाज स्विंग कराना भूल गए हैं, वहीं इस बच्चे ने दोनों तरफ मनमाफिक ढ़ंग से गेंद घुमाई, वाकई काबिले तारीफ है। काफी समय बाद भारत के तेज गेंदबाज का ये अथक प्रयास देखने को मिला।

मेरठ नहीं, कानपुर के हैं भुवी?

भुवी अपनी जिंदगी का सपना पूरा कर रहा था, अपने करियर का स्वर्णिम प्रदर्शन कर रहा था। उसके अपने शहर के हर एक शख्स के आंखों में उसके करिश्माई प्रदर्शन को देखकर खुशी के आंसू झलक रहे थे, लेकिन ये क्या भुवी मेरठ नहीं कानपुर के निवासी हैं? एक वेबसाइट की गलत जानकारी से भुवी के जन्मस्थान को लेकर अपवाद हो गया। देश के सभी बड़े न्यूज चैनलों पर भुवी को उत्तर प्रदेश के शहर कानपुर का बताया गया।

भुवनेश्‍वर ने याद दिलाया गेंदबाजी का स्वर्णिम काल

कहां हुई गलती?

क्रिकेट की एक प्रसिद्ध वेबसाइट ईएसपीएन क्रिक इंफ्रो पर ये गलत जानकारी दिखाई गई है। वेबसाइट पर भुवनेश्वर की प्रोफाइल में उसे मेरठ नहीं कानपुर का निवासी बताया है, साथ ही डेट ऑफ बर्थ भी गलत दिखाई गई है।

क्या हुआ फिर

देश के सभी बड़े न्यूज चैनलों पर भुवी के प्रदर्शन की तारीफ हो रही थी। भुवनेश्वर के बारे में चैनलों ने जानकारी वेबसाइट से हासिल की। ऐसे में सभी चैनलों पर भुवनेश्वर को मेरठ नहीं कानपुर का बता दिया गया।

कोच और पिता रुष्ट

चैनलों पर भुवनेश्वर को मेरठ की जगह कानपुर का बताए जाने पर कोच संजय रस्तोगी और पिता किरण पाल सिंह काफी नाराज दिखे। उन्होंने कहा कि भुवनेश्वर बचपन से मेरठ में रहा है। भामाशाह पार्क स्टेडियम में उसने क्रिकेट खेलना सीखा और यहीं से आगे बढ़ा। पिता किरण पाल सिंह ने बताया कि भुवी का जन्म मुजफ्फरनगर में हुआ था, लेकिन 15 सालों से अधिक समय से परिवार मेरठ के गंगानगर में रह रहा है। कोच संजय रस्तोगी ने वेबसाइट पर कंप्लेन करने की बात कही है।