11 जनवरी 2021 तक इलाके रहेंगे सील, लोगों के घरों से निकलने पर रोक
कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के संक्रमण को देखते हुए पुलिस -प्रशासन ने कराई मुनादी
Meerut । नए साल की दस्तक के साथ ही मेरठ में कोरोना वायरस ने एक बार फिर खौफ का मंजर बना दिया है। ब्रिटेन में मिले वायरस के नए स्ट्रेन के मरीज मिलने के बाद गुरुवार को प्रशासन ने शहर के दो इलाकों में मिली लॉकडाउन लगा दिया है। बकायदा लाउडस्पीकर पर मुनादी कर संतविहार और मानसरोवर इलाके के लोगों को 11 जनवरी 2021 तक घर से बाहर न निकलने की हिदायत भी दी गई.
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पुलिस-प्रशासन ने लिया जायजा
पुलिस और प्रशासन की टीमों ने गुरुवार को संतविहार और मानसरोवर इलाके का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने संक्रमित व कंटोमेंट एरिया बनाए गई जगहों का जायजा लिया। टीम में शामिल एसीएम ब्रह्मापुरी, सीओ ब्रहमपुरी व टीपीनगर पुलिस एसीएमओ सुनील शर्मा ने लोगों से घरों में ही रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि इलाकों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। वहीं सभी जरूरत का सामान लोगों को उनके घर के बाहर ही मिल सकेगा। लोगों को घर से बाहर आने की जरूरत नहीं हैं। इस दौरान डॉक्टर्स की टीम भी मौजूद रही।
तीन और मिले पॉजिटिव
मेरठ में ब्रिटेन में मिले नए कोरोना वायरस स्ट्रेन के फैलने का खतरा और बढ़ गया है। गुरुवार को पूर्व में मिली नए स्ट्रेन से संक्रमित ढाई साल की बच्ची के तीन रिश्तेदारों में पहला स्ट्रेन पाजिटिव मिला है। पल्हैडा निवासी सभी रिश्तेदारों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए दिल्ली भेजे जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब तक सात सैंपल भेजे जा चुके हैं। हालांकि इनकी सैंपल रिपोर्ट आने के बाद सही स्थिति का पता लग पाएगा। सीएमओ डा। अखिलेश मोहन ने बताया सावधानी के तौर पर के सभी को घर में आईसोलेट कर दिया गया है। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग पल्हेड़ा में संक्रमित परिवार के संपर्क में आए लोगों की जांच करेगा।
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टीमों ने किया सर्वे
जिले में नए स्ट्रेन का मरीज मिलने के बाद शासन और डब्ल्यूएचओ की टीमें भी अलर्ट हो गई है। स्ट्रेन की स्टडी करने के लिए गुरुवार को दिल्ली और लखनऊ की टीमों ने भी स्थितियों का जायजा लिया।
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आज आ सकती है रिपोर्ट
जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजी गई तीन सैंपलों की जांच आज आ सकती है। जिला सर्विलांस अधिकारी डा। प्रशांत ने बताया कि रिपोर्ट का इंतजार है। हालांकि मरीज निगेटिव हो गई है लेकिन प्रोटोकॉल के तहत अभी भी उसे आईसोलेशन में रखा गया है। वहीं उन्होंने बताया कि कांटेक्ट ट्रेसिंग के आधार पर साढ़े तीन सौ सैंपलों की आरटी-पीसीआर जांच के लिए भेजे गए हैं।
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साल के आखिरी में थमा कोरोना
बीता साल 2020 कई कड़वी यादें देकर गया है। इस साल ने लोगों को कोरोना महामारी के रूप में ऐसा दंश दिया जिसको भुलाना दशकों तक संभव नहीं हो सकेगा। पिछले 100 सालों बाद 2020 ने जीवन जीने की परिभाषा ही बदल दी। मेरठ जिले में 27 मार्च को कोविड-19 का पहला केस मिला था, जो साल के अंत तक भी जारी है। 9 महीने से ज्यादा समय से फैली इस बीमारी ने रिवाजों, रस्मों तक को बदल दिया। साल के अंतिम महीने में जहां संक्रमण दर कम हुई वहीं सबसे कम मौतों भी दिसंबर में दर्ज हुई। मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल डॉ। ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि दिसंबर में संक्रमित केसेज और मौतों में काफी कमी आई है। स्थिति सुधर रही है। उम्मीद है कि नए साल में स्थिति सामान्य हो सकेगी।
ये है आंकड़ों की कहानी
मेडिकल कॉलेज
महीना- एडमिशन, डिस्चार्ज,मौतें
अप्रैल- 88-65-7
मई-149-112-24
जून- 332-212-99
जुलाई-266-216-44
अगस्त-345-255-60
सितंबर-627-442-152
अक्टूबर-270-186-71
नवंबर-388-300-67
29 दिसंबर तक-155-189-20
2657 मरीज एडमिट हुए, इनमें
14 सौ पुरुष रहे, 1253 महिलाएं एडमिट हुई
अब तक की स्थिति
कुल सैंपल- 672257
कुल पॉजिटिव- 20691
कुल निगेटिव- 650033
रिकवर्ड- 19238
डेथ- 394
एक्टिव केस- 1059