- मजिस्ट्रेट चालक से हाथापाई के बीच हुआ हादसा

- पशु लदी गाड़ी में तोड़फोड़ व आगजनी का किया प्रयास

Kharkhoda : हापुड़ रोड पर कैली स्थित बस स्टैंड पर गुरुवार सुबह साइड देने को लेकर अपरजिला मजिस्ट्रेट के चालक व पशुओं के अवशेष लदी कैंटर चालक में मारपीट के बीच मजिस्ट्रेट की गाड़ी से टकराकर बाइक सवार मां बेटे घायल हो गये। उधर, गुस्साए ग्रामीणों ने कैंटर में तोड़फोड़ व आगजनी का प्रयास किया लेकिन घटनाक्रम मजिस्ट्रेट से जुड़ा होने के कारण पुलिस ने मामला बिना कार्रवाई के रफादफा कर दिया।

गाड़ी पर लगी थी नीली बत्ती

हुआ यूं कि कैली स्थित बस स्टेंड पर गुरुवार सुबह करीब आठ बजे नीली बत्ती लगी व अपर मजिस्ट्रेट लिखी मेरठ नंबर की सफेद स्वीफ्ट डिजायर गाड़ी को पशुओं के अवशेष लदी आयशर कैंटर संख्या यूपी 22 टी 6612 ने साइड मार दी। जिसपर दोनों गाडियों के चालक में मारपीट हो गयी। इसी बीच पिछली सीट पर बैठे मजिस्ट्रेट ने जैसे ही गाड़ी से उतरने के लिए सड़क साइड वाली खिड़की खोली तो पीछे आए बाइक टकरा गयी। जिसमें बाइक सवार दीपांकर भाटी पुत्र मंगत सिंह निवासी श्यामनगर, हापुड़ व उसकी मां सीमा कमलेश घायल हो गये।

घायलों की हालत गंभीर

मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने घायलों को पास चिकित्सक के यहां भर्ती करा कैंटर को लेकर हंगामा किया तो मजिस्ट्रेट अपनी गाड़ी लेकर मेरठ की और फरार हो गये जबकि कैंटर चालक भी भाग गया। उधर, पशुओं के अवेशष लदे कैंटर में ग्रामीणों ने तोड़फोड़ व आगजनी का प्रयास करते हुए हंगामा किया लेकिन पुलिस बल पहुंचने पर मामला शांत हुआ।

जमकर हंगामा किया

उधर, मजिस्ट्रेट थाने पहुंचे और पुलिस कर्मियों को हड़काते हुए एसएसपी से शिकायत करने की चेतावनी देकर बिना कार्रवाई व मामला निपटाने का हवाला देकर चले गये। एसओ शिवदत्त सिंह ने बताया उन्हें नहीं पता मजिस्ट्रेट कौन थे और कहां तैनात है। पुलिस पहुंचने से पहले ही वह गाड़ी समेज जा चुके थे। हालांकि घायल हुए बाइक सवारों ने बिना कार्रवाई के कैंटर चालक से समझौता कर लिया लेकिन मजिस्ट्रेट की गाड़ी की संलिप्ता नहीं मिली तो समझौते में उनकी आवश्यकता ही नहीं पड़ी।

अवशेषों से लदी गाड़ी को नाबालिगों से लगवाया धक्का

खरखौदा : कैली स्थित बस स्टेंड पर घटना को लेकर गुस्साए ग्रामीणों ने पशुओं के अवशेषों से लदी गाड़ी में आग व आगजनी के प्रयास की सूचना पर पुलिस आपा खो बैठी। आनन फानन मौके पर पहुंची और भीड़ को समझाकर शांत किया लेकिन कैंटर का चालक इस बीच चाबी निकाल कर भाग गया। उधर, बड़े लोगों ने कैंटर को धक्का नहीं दिया तो पुलिस ने नाबाच्लग बच्चों को पकड़कर धक्का दिला दो किलोमीटर पुलिस चौकी पहुंचा। उधर, बिना कार्रवाई के पुलिस ने चालक को बुलाकर कैंटर भी सौंप दिया। पुलिस को ऐसी क्या आनपड़ी नाबालिगों से जोर लगवाए।

मजिस्ट्रेट की गाड़ी पकड़ने को पुलिस कंट्रोल रूम भी हुआ शांत

खरखौदा : ग्रामीणों की संख्या बढ़ती देखकर अपर मजिस्ट्रेट लिखी कार का चालक तेजी से भगा ले गया। उधर, घायल दीपांकर भाटी ने मजिस्ट्रेट की गाड़ी का हुलिया बताकर पहले थाना का नंबर मिलाकर गाड़ी को पकड़ने की सूचना दी जब पुलिस नहीं पहुंची तो पुलिस कंट्रोल रूम 100 नंबर पर काल की लेकिन पुलिस पकड़ने की बजाए शांत हो गयी।