स्वच्छता अभियान के तहत पुलिस लाइन से हुई हरियाली अभियान की शुरूआत

पुलिसकíमयों को बताए गए होम कंपोस्टिंग के फायदे

Meerut। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में बेहतर रैंक हासिल करने के लिए निगम का फोकस होम कंपोस्टिंग पर है। इस मुहिम के तहत शनिवार को पुलिस लाइन में हरियाली अभियान की शुरुआत हुई। पुलिसकíमयों को होम कंपोस्टिंग के तरीके बताए गए।

पुलिस लाइन से शुरूआत

पुलिस लाइन में आयोजित मिशन हरियाली के तहत घर से निकलने वाले किचन के गीले कचरे से खाद बनाने के लिए होम कम्पोस्टिंग की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में होम कंपोस्टिंग की तकनीकी सलाहकार व स्वच्छ भारत मिशन की ब्रांड अम्बेसडर सना खान ने होम कम्पोस्टिंग का प्रशिक्षण दिया।

वातावरण को नुकसान

नगरायुक्त डॉ अरविंद चौरसिया ने कहा कि घर से निकलने वाला गीला कचरा जो सड़क पर आने पर वातावरण को नुकसान पहुंचा रहा है। वातावरण में आक्सीजन कम हो गई है। इसको शुद्ध करने के लिए घर से पर्यावरण और प्रकृति के बीच संतुलन बनाने की पहल शुरू करनी होगी। कार्यक्रम में सहायक नगर आयुक्त प्रथम ब्रजपाल सिंह, सहायक नगर आयुक्त इंद्र विजय, एएसपी कैंट डॉ इरज राजा, सीएफओ सन्तोष राय, सांसद प्रतिनिधि हर्ष गोयल, पार्षद ललित नागदेव, जोनल सेनेट्री इंचार्ज अरुण खरखौदिया मौजूद रहे।

ऐसे करें होम कंपोस्टिंग

किचन से निकलने वाले गीले कचरे से हम कंपोस्ट खाद बनाकर उसको आर्गेनिक सब्जी या मेडिशनल प्लांट बनाने में प्रयोग कर सकते हैं।

एक पुराना गमला, पेंट बाल्टी आदि में घरों के गीले कचरे से बैक्टीरियल कल्चर से माध्यम से जैविक खाद बना सकते हैं।

गमले या बाल्टी में सबसे नीचे मिटटी की लेयर लगाते हैं ताकि कचरे का गीला पानी मिटटी में सोख जाए

मिट्टी के कारण गीले कचरे की बदबू भी नही आएगी

मिट्टी के गमले या बाल्टी के ऊपर एक परत डेली कचरे की डालते हैं।

यह गीला कचरा रसोई से निकलने वाली सब्जियों का वेस्ट, फलों के छिलके, बचा खाना, अंडे के छिलके आदि होता है

उसके बाद बैक्टीरियल कल्चर डालते हैं

इसमें डी कंपोजर बैक्टीरिया होते हैं जो कचरे को खाते हैं

इसके ऊपर फिर से मिट्टी डाल देते हैं

एक दिन तक इसको ऐसे ही रख देते हैं

इसके बाद दही या गुड इसमें मिला देते हैं ताकि इसमें से बदबू ना आए

इसके बाद फिर हल्की मिट्टी डाल देते हैं, दूसरे दिन का वेस्ट डालते हैं

बॉल्टी या गमले को भरने के बाद उसे 15 से 20 दिन के लिए रख देते है

उसके बाद दूसरा गमला या बाल्टी लेकर यही प्रक्रिया करते हैं