नौचंदी मैदान पर मेरठ हाट बनाने की कवायद तेज

450 लाख के बजट से आर्टिजन सेंटर बनाने की योजना थी साल 2018 में

1892 में करीब 11 बीघा जमीन नौचंदी मैदान के लिए लीज पर दी गई थी।

60 लाख की लागत से एक एम्फी थियेटर के निर्माण की भी थी योजना

12 लाख से मैदान में कियोस्क लगवाने की भी थी योजना

50 हजार वर्ग मीटर भूमि हो चुका है अवैध कब्जा

2016 में तत्कालीन कमिश्नर ने भी कायाकल्प के लिए बनाई थी योजना

20 लाख रूपये का बजट भी बनाया गया था अवस्थापना निधि से

दिल्ली हॉट की तर्ज की तर्ज पर नौचंदी मैदान विकसित करने की योजना

चार दीवारी न हो पाने की वजह से बिगड़ी जा रही मैदान की हालत, हर तरफ लगा है कूडे़ का ढेर

<नौचंदी मैदान पर मेरठ हाट बनाने की कवायद तेज

ब्भ्0 लाख के बजट से आर्टिजन सेंटर बनाने की योजना थी साल ख्0क्8 में

क्89ख् में करीब क्क् बीघा जमीन नौचंदी मैदान के लिए लीज पर दी गई थी।

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दिल्ली हॉट की तर्ज की तर्ज पर नौचंदी मैदान विकसित करने की योजना

चार दीवारी न हो पाने की वजह से बिगड़ी जा रही मैदान की हालत, हर तरफ लगा है कूडे़ का ढेर

Meerut.Meerut। सुप्रसिद्ध नौचंदी मेला मैदान की जमीन का उपयोग कर प्रशासन मेरठ हाट के रूप में विकसित करने जा रहा है। डीपीआर बनाने के साथ ही प्रशासन इसकी कवायद तेज कर दी है। ऐसे में यदि योजना परवान चढ़ी तो दिल्ली ट्रेड फेयर की तरह नौचंदी मेला रौनक दिखेगा। ऐसा नहीं है कि नौचंदी मैदान को विकसित करने के लिए पहली बार यह कवायद शुरु हो रही। इससे पहले भी कई बार बड़ी-बड़ी बड़ी योजनाएं इस मैदान के लिए बन चुकी हैं लेकिन वह केवल योजनाओं तक सीमित रही हैं। ऐसे में यदि फिलहाल नौचंदी मैदान की हालत पर नजर डालें तो नौचंदी मैदान फिलहाल किसी डंपिग ग्राउंड से कम नहीं नजर आता है। निगम से मैदान की हालत में सुधार तो हो नहीं रहा है तो भला ऐसे में दिल्ली हॉट बनाने का सपना कहीं अधूरा ही न रह जाए।

मालिकाना हक को लेकर विवाद

नौचंदी मैदान के विकास में इस जमीन के मालिकाना हक का मुद्दा भी विवाद बना है। मैदान के मालिक की तलाश न होने के कारण कई बड़े प्रोजेक्ट भी फाइलों में फंसकर खत्म हो गए और मैदान की करोड़ों की जमीन पर भी अवैध कब्जा हो चुका है। नगर निगम के रिकार्ड के मुताबिक सन क्89ख् में करीब क्क् बीघा जमीन नौचंदी मैदान के लिए लीज पर दी गई थी। इस जमीन के पास ही नजूल के साथ जिला पंचायत और बंजर में दर्ज भूमि के बड़े टुकड़े थे। कुल-मिलाकर करीब दो लाख वर्ग मीटर से अधिक भूमि नौचंदी मैदान के हिस्से में थी।

आर्टिजन सेंटर की योजना

साल ख्0क्8 में नौंचदी मैदान के विकास के लिए ब्भ्0 लाख के बजट में आर्टिजन सेंटर बनाने की योजना बनाई गई थी। इसके लिए एमडीए को कार्यदायी संस्था नियुक्त किया गया था। एमडीए ने ब्लू प्रिंट भी तैयार करा लिया था लेकिन योजना अधर में अटक गई। दरअसल, इस योजना के तहत मेरठ समेत वेस्ट यूपी के साथ ही पूरे देश के हस्तशिल्पी उत्पादों के लिए आर्टिजन सेंटर बनाया जाना था।

एम्फी थियेटर का था सपना

इसी योजना के तहत ही ग्राउंड के बीचों-बीच म्0 लाख की लागत से एक एम्फी थियेटर के निर्माण की भी योजना थी। जहां स्पो‌र्ट्स से लेकर शहर के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना था। नौचंदी मैदान में बनने वाले इस पहले एम्फी थियेटर में ख्भ्00 लोगों के बैठने की व्यवस्था की योजना थी। इसके अलावा क्ख् लाख की लागत से मैदान में जगह-जगह कियोस्क आदि लगवाए जाना भी योजना में शामिल था। इस योजना में पटेल मंडप के जीर्णोद्धार के लिए सवा करोड़ की रकम भी रखी गई थी। पटेल मंडप के विकास के साथ-साथ स्टेज और आधुनिक साउंड सिस्टम फिट कराया जाना था। मगर योजना कहां रूकी आज तक किसी को पता नहीं।

चार दीवारी का आदेश

नौचंदी मैदान के मालिकाना विवाद का हल न होने के कारण करीब भ्0 हजार वर्ग मीटर भूमि पर अवैध कब्जा भी हो चुका है। पूर्व आयुक्त डॉ। प्रभात कुमार ने भूमि को कब्जामुक्त कराकर मैदान की चार दीवारी कराने का आदेश भी दिया था। मगर आज तक चाक दीवारी नहीं हो सकी है, जिस कारण कूड़े से मैदान का हाल बेहाल है।

न हटी मूर्तियां न बना पार्क

साल ख्0क्म् में तत्कालीन कमिश्नर आलोक सिन्हा ने नौचंदी ग्राउंड को समतल कर बाउंड्रीवॉल करने और ग्राउंड में लगी मूर्तियों को एक स्थान पर लगाकर पार्क का निर्माण करने का आदेश दिया था। इसके लिए अवस्थापना निधि से ख्0 लाख रूपये का बजट भी बनाया गया था लेकिन प्रस्ताव पूरा नहीं हो सका। मूर्तियों को हटाने से विवाद होने के कारण उनको हटाया नहीं गया।

नई योजना के साथ प्रशासन तैयार

अब नए स्तर पर दोबारा से नौचंदी मैदान को दिल्ली हॉट की तर्ज पर विकसित करने की योजना बनाई गई है। मगर जो आज नौचंदी मैदान की हालत है, उसे देखते हुए यह कहना गलत न होगा कि दिल्ली हॉट विकसित होना अभी दूर की कौड़ी है।

पहले के प्रस्तावों में क्या अड़चने आई इसकी जानकारी नहीं है लेकिन अब जो योजना बनाई गई है उसको पूरा किया जाएगा। रही बात साफ- सफाई की तो वह निगम ने अपने स्तर पर शुरू कर दिया है। जल्द नौचंदी मैदान साफ दिखाई देगा।

अरविंद चौरसिया, नगरायुक्त