भीड़ को देखते हुए लागू किया गया नियम, स्वास्थ्य विभाग की टीम डाकघर में आकर करेगी जांच

घंटाघर और कैंट डाकघर में बन रहे आधार कार्ड, दोनों जगह रोजाना बांटे जाते हैं 60 टोकन

Meerut। नया आधार कार्ड बनवाना या उसमें करेक्शन अब कतई आसान नहीं होगा। आधार कार्ड बनवाने से पहले संबंधित व्यक्ति को अपनी कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट डाकघर में दिखानी होगी। इसके बाद ही किसी को आधार कार्ड बनवाने के लिए स्वीकृित मिल सकेगी। इसके साथ ही अगर किसी के पास पुरानी रिपोर्ट है तो वह भी चार दिन से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चािहए। मुख्य डाकघर की ओर से ये निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

नहीं बन रही व्यवस्था

आधार कार्ड बनाने का काम अभी सिर्फ डाकघरों में चल रहा है। डाक विभाग के अधिकािरयों का कहना है कि पहले बैंकों में भी आधार कार्ड बनाए जाते थे लेकिन अब बैंकों में ये व्यवस्था फिलहाल बंद है। शहर के घंटाघर और कैंट स्थित दोनों डाकघरों में प्रतिदिन 60 आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं। ऐसे में डाकघर के बाहर लंबी लाइनें लग जाती हैं। भीड़ के कारण सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं हो पा रहा है इसलिए आधार कार्ड कोरोना जांच रिपोर्ट के नियम को लागू किया गया है।

बढ़ रहा खतरा

डाक विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हर दिन करीब 300 लोग आधार कार्ड बनवाने के लिए आ रहे हैं। जबकि एक दिन में 30 कार्ड ही बन रहे हैं। आधार कार्ड के लिए बॉयोमेट्रिक मशीन का भी प्रयोग होता है। वहीं स्टाफ के संक्रमित होने के मामले भी बढ़ रहे हैं। जिसके बाद अब विभाग सतर्क हो गया है। ऐसे में एहितयात के तौर पर कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट को अनिवार्य किया गया है।

एक डाकघर में प्रतिदिन 30 टोकन बांटे जाते हैं। दोनों डाकघर में प्रतिदिन 60 आधार बनाए जा रहे हैं। टोकन देने से पहले आवेदक की पहले कोरोना वायरस संक्रमण जांच डाकघर के द्वारा कराई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की टीम को डाकघर में ही बुलाया जाएगा। रिपोर्ट निगेटिव आने पर आधार बनाया जाएगा।

रतन सिंह, डिप्टी पोस्ट मास्टर, घंटाघर, पोस्ट ऑफिस