मेरठ (ब्यूरो)। जीआईसी स्कूल के बच्चों के लिए ये बड़ी खुशखबरी है, अगर आप समझ गए तो ठीक नहीं तो बता दें कि अब आपका जीआईसी स्कूल पूरी तरह से बदलने जा रहा है। रंग-रोगन ही नहीं आधुनिक सुविधाओं वाली लैब के साथ ही यहां स्मार्ट क्लासेज शुरू होने वाली है। इतना ही नहीं, एडवांस कंप्प्यूटर रूम के साथ ही ढेर सारी किताबों से लैस लाइब्रेरी भी यहां स्टूडेंट्स के लिए तैयार होगी।

कई प्रस्ताव भेजे हैैं
स्कूल प्रिंसिपल सुनील भड़ाना ने बताया कि स्कूल पीएम श्री योजना में शामिल हुआ है। इस संबंध में शासन द्वारा कुछ समय पहले प्रस्ताव मांगा गया था, जिनमें हमने विभिन्न प्रस्ताव दिए थे। उनके आधार पर ही विभिन्न बदलाव होने की तैयारी है। इसके अलावा रिपोर्ट कार्ड को लेकर भी कई प्रस्ताव भेजे जा रहे हैं। कुछ प्रस्ताव भेजे जा चुके हैं।

इस बाबत भेजे गए प्रस्ताव
स्कूल को ग्रीन स्कूल बनाना
रेन हार्वेस्टिंग सिस्टम
चार दीवारी और दीवारों को खूबसूरत बनाना
अटल टिंकरिंग लैब
कंम्प्यूटर कक्ष
लाइब्रेरी
प्रयोगशालाएं
स्मार्ट क्लासेज
राष्ट्रीय अविष्कार योजना
व्यवसायिक शिक्षा
खेल एवं शारीरिक शिक्षा
नवाचार
रिपोर्ट कार्ड आदि

क्या है अटल टिंकरिंग लैब
अटल टिंकरिंग लैब अटल इनोवेशन मिशन का हिस्सा है। इसके तहत सरकारी स्कूलो में नीति आयोग की सहायता से वर्क स्पेस बनाए जाते हैं ताकि स्कूली छात्रों में नवीनीकरण और उद्यमिता के भाव को उजागर किया जा सके। अटल इनोवेशन मिशन के तहत युवा दिमाग में जिज्ञासा, रचनात्मकता और कल्पना को बढ़ावा देने के लिए भारतभर के स्कूलों में अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाओं की स्थापना की जा रही है। इतना ही नहीं डिजाइन थिंकिंग माइंडसेट, कम्प्यूटेशनल थिंकिंग, एडाप्टिव लर्निंग, फिजिकल कंप्यूटिंग आदि जैसे कौशल को विकसित भी किया जा रहा है।

स्कूल में आज के दौर को देखते हुए जो बदलाव किए जा रहे हैैं वो जाहिर तौर पर हमारे लिए बेहद फायदेमंद साबित होने वाले हैैं।
अंकुर

स्कूल में नई-नई सुविधाएं स्टूडेंट्स को मिलेंगी। वहीं बहुत कुछ नया करने और सीखने को भी मिलेगा।
उदित

यकीनन यह बदलाव भविष्य में रोजगार में भी मदद करेगा, पढ़ाई के साथ बहुत कुछ सीखने को मिलेगा, इससे बेहतर और क्या हो सकता है।
शंशाक

स्कूल में सुविधाओं का सीधा फायदा स्टूडेंट्स को ही मिलता है। नई-नई चीजें सीखने और करने का मौका मिलेगा।
निखिल

जीआईसी में इंग्लिश मीडियम, आईकार्ड, यूनिफार्म में बदलाव पहले से ही कर दिया गया था। बाकी जो प्रस्ताव दिए गए है वो भी जल्द लागू हो जाएंगे।
सुनील भड़ाना, प्रिंसिपल