मेरठ (ब्यूरो)। बिजली चोरी मेरे लिए, आपके लिए और हम सबके लिए एक बड़ी परेशानी है। मगर अब पीवीवीएनएल लोगों को इस परेशानी से निजात दिलाने की तैयारी में जुट गया है। इसके लिए बिजली विभाग एक नया एक्सपेरिमेंट करने जा रहा है। यदि यह सफल रहा तो बिजली चोरी पर लगाम लग सकती है।

किस क्षेत्र में हो रही चोरी
पीवीवीएनएल अब अत्याधिक लोड फैक्टर या बिजली चोरी संभावित क्षेत्रों के मुख्य ट्रांसफार्मर पर स्मार्ट मीटर लगाएगा। यह मीटर उस क्षेत्र के बिजली उपयोग की यूनिट को दर्ज करेगा। साथ ही ट्रांसफार्मरों पर लगा यह स्मार्ट मीटर बता देगा कि किस क्षेत्र में या किस गली में बिजली चोरी हो रही है और चोरी रोकी जा सकेगी।

35,772 स्मार्ट मीटर लगेंगे
गौरतलब है कि मेरठ जोन के मेरठ और बागपत जिले में बिजली चोरी पर लगाम कसने के लिए 61,201 ट्रांसफार्मर पर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। वहीं, मेरठ में 35,772 ट्रांसफार्मर पर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे।

अधिक लोड फैक्टर वाले क्षेत्र
योजना के पहले चरण में अधिक लोड फैक्टर वाले क्षेत्रों में यह स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा। इसके अलावा फीडरों पर भी स्मार्ट मीटर और आम्र्ड केबल भी लगाया जाएगा। जिससे बिजली चोरी की संभावना पूरी तरह खत्म हो जाएगी।

खर्च होगा 910 करोड़
यह सभी कार्य रीवेंप योजना के तहत किए जाएंगे। इसके लिए करीब 910 करोड़ रुपये का बजट तैयार किया गया है। विभाग की मानें तो इन कार्यों के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इतना ही नहीं, अगले साल अप्रैल से स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

फैक्ट्स एक नजर में
रीवेंप योजना के माध्यम से शुरू होगा स्मार्ट मीटर लगाने का काम।
योजना के तहत बिजली के खंभे से मीटर तक आम्र्ड केबल भी डाला जाएगा।
ट्रांसफार्मर के अलावा फीडरों पर भी लगाया जाएगा स्मार्ट मीटर।
योजना के तहत मेरठ और बागपत में होगा स्मार्ट मीटर का काम।
मेरठ में 35,772 ट्रांसफार्मरों पर लगेगा स्मार्ट मीटर
1000 से अधिक फीडरों के प्रीपेड मीटर में स्मार्ट मीटर में बदला जाएगा।
अब तक 5,29,696 उपभोक्ताओं के आवास पर लग चुके हैं स्मार्ट मीटर।

योजना तो अच्छी है लेकिन पूरी तरह लागू होगी तो पता चलेगा कि कितनी कारगर है। वैसे लगातार मॉनिटरिंग से ही चोरी पर लगाम कस सकती है।
सुरेंद्र्र

बिजली चोर कटिया डालकर या मीटर में हेर-फेर करके चोरी करते हैं। स्मार्ट मीटर में भी सेंधमारी होनी शुरू हो गई है।
औवेस

आम्र्ड केबिल ही शत-प्रतिशत कर दें तो भी काफी हद तक बिजली चोरी पर लगाम लग जाएगी। सेकिन हर बार एक नई योजना ले आते हैैं।
मनोज गुप्ता

बिजली चोरी पर लगाम कसने के लिए लगातार आवासों पर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। मगर अब ट्रांसफार्मरों को भी कवर किया जाएगा। जिससे उस क्षेत्र में बिजली की सप्लाई और मीटर रीडिंग की तुलना के आधार पर बिजली चोरी का पता लगाया जा सके।
विजयपाल, एक्सई सिटी