ओलंपिक कोटा पाने वाली मेरठ की पहली महिला एथलीट प्रियंका

-ओलंपिक में 20 किलोमीटर पैदल चाल इवेंट में भाग लेगी

अपने लड्डू गोपाल को साथ लेकर गई ¨प्रयका, प्लेन में बुक की अलग सीट

- 20 किमी पैदल चाल इवेंट का कोटा हासिल किया अंतरराष्ट्रीय एथलीट प्रियंका गोस्वामी ने

- 1 घंटा 28 मिनट और 45 सेकेंड में 20 किमी पैदल चलकर कीर्तिमान मनाया

Meerut : टोक्यो ओलंपिक के लिए एथलेटिक्स के 20 किलोमीटर पैदल चाल इवेंट का कोटा हासिल करने के साथ ही मेरठ की अंतरराष्ट्रीय एथलीट प्रियंका गोस्वामी ने उम्मीदों का मजबूत पुल बांध दिया है। ओलंपिक कोटा हासिल करने वाली वह मेरठ की पहली महिला एथलीट भी बन गई हैं। रांची में 13-14 फरवरी को ओलंपिक क्वालीफायर के तौर पर आयोजित आठवें नेशनल ओपन और चौथे इंटरनेशनल रेस वा¨कग चैंपियनशिप 2021 में प्रियंका ने स्वर्ण पदक जीतने के साथ ही नया रिकॉर्ड भी बनाया है। 20 किलोमीटर की पैदल चाल को प्रियंका ने रिकार्ड एक घंटा 28 मिनट और 45 सेकेंड में पूरा कर नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है।

हर ओर खुशी का माहौल

मेरठ में मोहकमपुर की रहने वाली प्रियंका की इस उपलब्धि पर उनके परिवार से लेकर कैलाश प्रकाश स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में प्रशिक्षण करने वाले एथलीट्स तक खुशी की लहर दौड़ गई है। घर में पिता मदनपाल, माता अनिता गोस्वामी एवं भाई कपिल गोस्वामी को बधाइयां मिल रही हैं। इसके साथ ही प्रियंका गोस्वामी के कोच गौरव त्यागी ने भी प्रियंका के घर पहुंचकर अभिभावकों को बधाई दी और लड्डू खिलाकर एक-दूसरे का मुंह मीठा कराया। वहीं, स्टेडियम में भी प्रशिक्षण लेने वाले एथलीट्स ने एक-दूसरे को बधाई देने के साथ ही कोच और प्रियंका को बधाई दी। प्रियंका को मेरठ और देश के लिए ओलंपिक पदक जीतकर लाने को प्रेरित किया।

मेडल के साथ लौटने का इंतजार

अब सभी खिलाडि़यों, कोच व प्रियंका के लौटने का इंतजार हे जब सभी उनका स्वागत व सम्मान करेंगे। पैदल चाल में मेरठ सहित प्रदेश और देश का नाम भी रोशन करने वाली प्रियंका गोस्वामी मूल रूप से बुढ़ाना के गढ़मलपुर सांगड़ी निवासी हैं। उनकी उपलब्धियों पर प्रदेश सरकार की ओर से रानी लक्ष्मीबाई अवार्ड से नवाजा गया.ओलंपिक क्वालीफायर कैंप में बेंगलुरु में प्रशिक्षणरत रहने के कारण प्रियंका अवार्ड लेने नहीं पहुंच सकी थी।

साथ ले गई थीं अपने लड्डू गोपाल

घर में लड्डू गोपाल की साधना करने वाली प्रियंका गोस्वामी इस बार उन्हें अपने साथ बेंगलुरु ले गई थी। प्रियंका ने दिल्ली से बेंगलुरु की फ्लाइट में लड्डू गोपाल के लिए लिए अलग सीट बुक कराई और साथ बैठकर गईं। इसी तरह बेंगलुरु से रांची की फ्लाइट में भी प्रियंका ने लड्डू गोपाल की अलग सीट बुक कराई थी। रिकार्ड के साथ स्वर्ण जीतने पर भी प्रियंका लड्डू गोपाल को हाथ में लेकर ही पदक लेने पहुंची।