मेरठ ब्यूरो। मैडम, मेरी तबियत ठीक नहीं रहती है। सिर में दर्द रहता है, अब पढ़ाई कैसे करूं, मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है। मेरा बेटा जब पढऩे बैठता है तो उसे नींद आने लगती है, क्या करें, वह एग्जाम में कैसे पास होगा। कुछ इस तरह से कई सवाल सीबीएसई की काउंसिलिंग हेल्पलाइन में आ रहे हैं। पेरेंट्स अपने बच्चों की समस्याओं को लेकर काउंसलर्स से सवाल पूछ रहे हैं। स्ट्रेस फ्री होने की दे रहे टिप्स बीते दिनों सीबीएसई ने स्टूडेंट्स के लिए कांउसलिंग सेशन शुरू किया है। इस सुविधा का फायदा पेरेंट्स और स्टूडेंट्स को मिल रहा है। काउंसलर्स स्ट्रेस फ्री रहने की टिप्स दे रहे हैं। सीबीएसई काउंसलर्स के पास देशभर से कॉल पहुंच रही हैं। मेरठ और आसपास के क्षेत्रों से करीब 100 से ज्यादा कॉल्स पहुंच चुकी है।

कुछ इस तरह के आ रहे सवाल

सवाल- हैलो मैडम, मेरी तबीयत ठीक नहीं है सिर दर्द रहता है कैसे पेपर दूंगा समझ नहीं आ रहा है ?

जवाब- अगर पेपर को तनाव लेकर करोगे तो सिरदर्द होगा, ऐसे में तनाव लेकर नहीं पढ़े, डॉक्टर से एडवाइज लें और पढ़ाई को मनोरंजन समझकर करें, तो आसान होगा।

सवाल- मेरे पेरेंट्स बोलते हैं कि सुबह जल्दी उठकर पढूं। लेट नाइट तक पढ़ता हूं, सुबह उठना पॉसिबल नहीं होता?

जवाब- साइंटिफिक स्टडी देखें, तो सुबह जो कुछ भी आप पढ़ते हैं, वह लंबे समय तक याद रहता है। यह बात सही है कि आप लेट नाइट तक पढ़ते हैं, तो सुबह उठ नहीं पाएंगे, लेकिन, आपके एग्जाम सुबह ही होंगे। इसलिए आपको बॉडी क्लॉक को बदलने की शुरुआत कर देनी चाहिए। कोशिश कीजिए रोज एक घंटा जल्दी सोना शुरू करें, और एक घंटे जल्दी उठना।

सवाल। मेरे बेटे के माक्र्स को लेकर मुझे चिंता रहती है। जब वो पढऩे बैठता है तो उसे वीडियोगेम के लेवल याद आते हैं। इसकी वो ज्यादा बातें करता है। क्या करूं

जवाब- अपने बच्चे के साथ बैठे उसको समझाए कि यह समय केवल पढ़ाई का है, उसको कहें कि पढ़ाई के लिए बैठें, तो ध्यान पढ़ाई में ही रहे, इसके लिए कुछ ऑटो हिप्नोसिस वाक्यों को किताबें खोलने के पहले 5 बार तेज आवाज में दोहराएं। इससे वीडियोगेम जैसे डिस्ट्रैक्शंस की याद नहीं आएगी।

सवाल- एग्ज़ाम का डर भी बच्चों को मोबाइल-लैपटॉप से दूर नहीं कर पा रहा है। बच्चों का स्क्रीन टाइम कम करने के लिए क्या करें?

जवाब-कोई बच्चा फेल नहीं होना चाहता, अभी वो मोबाइल इसलिए नहीं छोड़ रहे हैं क्योंकि पेरेंट्स मोबाइल चलाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा देते हैं आप उन्हें आधे घंटे की छूट दें।वे खुद ही अपना स्क्रीन टाइम कम कर देंगे।

सवाल- मैडम क्या करूं बेटा गर्लफ्रेंड से बात करता है। इंटर के पेपर है। मैं अगर डांटती हूं तो मुझसे गलत बोलता है।

जवाब- उसको गुस्से से नही बल्कि प्यार से समझाए, ये पढऩे की उम्र है न कि गर्लफ्रेंड से बात करने की। उसको उसकी दोस्त बनकर समझाए, डांटेेंगे तो वो जिद में आपकी बात नहीं मानेगा, प्यार से समझाएं तो समझेगा, उसे कहें ये टाइम पढऩे का है। उसे अहसास करवाए कि पिता नहीं है तो उसकी जिम्मेदारियां अधिक बढ़ जाती है।

टॉपर्स की कॉपियां देखें सीबीएसई वेबसाइट पर स्टूडेंट्स 2018 से लेकर 2023 तक के नेशनल टॉपर्स की अलग-अलग विषयों की कॉपियां भी देख सकते हैं। स्टूडेंट्स विषयों में टॉपिक वाइज वेटेज देखने के लिए सीबीएसई की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।

काउंसलर के नंबर

सीबीएसई का हेल्पलाइन नंबर- 1800 11 8004

समय- सुबह - 9 बजे से रात 10 बजे तक

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इस बार पेरेंट्स काफी अलग तरह के सवाल कर रहे हैं। कुछ पेरेंट्स स्टूडेंट्स की लव लाइफ, गलत संगत और पार्टीबाजी को लेकर परेशान हैं। कुछ पेरेंट्स इस बात से परेशान हैं कि उनका बच्चा पढ़ाई करने से कतराता है।

-डॉ पूनम देवदत्त, सीबीएसई काउंसलर

इसबार अजीब से सवाल स्टूडेंट व पेरेंट्स पूछ रहे हैं, ऐसे में हम उनके सवालों के अनुसार उनको जवाब दे रहे हैं। इसके साथ ही पेरेंट्स को भी समझा रहे हैं बच्चों को अधिक दवाब न बनाए रिलेक्स रखें।

डॉ सोना कौशल, सीबीएसई काउंसलर