-माता मरियम की चमत्कारी तस्वीर की स्थापना दिवस पर निकाली विशाल पदयात्रा

Sardhana : हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी एक विशाल पदयात्रा सात मई को मेरठ से शुरू होकर अल सुबह सरधना चर्च पहुंची। यात्रा में शामिल लोगों ने माता मरियम की चमत्कारी तस्वीर के समक्ष शीश नवाते हुए मन्नतें मांगी।

1957 में हुई थी स्थापना

बताते चलें कि सरधना के ऐतिहासिक चर्च में स्थापित माता मरियम की पवित्र तस्वीर के समक्ष जिसने भी मन से अपने शीश नवाकर मन्नत मांगी उसकी मन्नत जरूर पूरी हुई। इस चमत्कारी तस्वीर को सन् 1957 में विशाल काफिले के साथ मेरठ से सरधना चर्च में लाकर स्थापित किया गया था। तब से ही हर वर्ष सात मई को एक विशाल पदयात्रा मेरठ के संत जोजफ कालेज के चर्च कैथेड्रल से शुरू होकर सरधना पहुंचती है। इस वर्ष भी यह पदयात्रा कैथेड्रल चर्च मेरठ से शुरू हुई। रात करीब साढे़ 12 बजे यह पदयात्रा दबथुवा स्थित चर्च परिसर में पहुंची। यहां कुछ देर विश्राम करने के बाद यह पदयात्रा सरधना के लिए रवाना हो गई।

सरधना पहुंची पदयात्रा

रात करीब साढे़ तीन बजे यात्रा सरधना चर्च पहुंची। रविवार सुबह करीब 11 बजे चर्च में हर वर्ष की तरह विशेष प्रार्थना का आयोजन किया गया। मेरठ धर्मप्रांत के अध्यक्ष बिशप कलिस्ट ने विशेष प्रार्थना कराई। उधर पदयात्रा कर सरधना चर्च पहुंचे श्रद्धालुओं ने माता मरियम की चमत्कारी तस्वीर के समक्ष शीश नवाकर मन्नते मांगी। प्रार्थना सभा में फादर केवी जॉर्ज, फादर पाकी नाथन, फादर जॉन मैंडोसा के अलावा काफी संख्या में ईसाई समाज के लोगों ने हिस्सा लिया।