-कंपनी अधिकारियों ने पुलिस के साथ की छापेमारी

-दो दुकानों पर मिली नकली किताब

Mawana : मवाना में नकली किताबों के खिलाफ की गई छापामारी से बुक सेलर्स में अफरा-तफरी मच गई। पब्लिकेशन कंपनी के अधिकारियों ने अपनी कंपनी की पायरेटेड हुई कांपटीशन बुक्स दो दुकानाें से बरामद की। पुलिस ने दोनों बुक सेलर्स को हिरासत में ले लिया। कंपनी अधिकारियों ने दोनों आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।

एस चंद पब्लिशिंग की थी बुक्स

एस.चंद एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड कई दशकों के एस चंद पब्लिशिंग ब्रांड की प्रतियोगात्मक किताबें विभिन्न एग्जाम के लिए छात्रों में काफी लोकप्रिय है। कंपनी के एंटी पायरेसी सेल के हैड संजीव कुमार ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से मवाना में उनकी कंपनी की पायरेटेड बुक्स बिकने की शिकायतें कुछ बुक सेलर्स से मिल रही थीं। गुरुवार को वह कंपनी अधिकारी राहुल व हेमदास के साथ मवाना पहुंचे और किताबों की दुकानों पर छापेमारी की।

ग्राहक बनकर मांगी बुक

टीम में से एक ग्राहक बनकर सुभाष बुक डिपो पर पहुंचा। कंपनी अधिकारी ने मैथमैटिक्स की बुक मांगी तो दुकानदार ने पायरेटेड बुक थमा दी और वह भी बाजार मुल्य से सौ रुपए कम में। उसके बाद इशारा मिलने पर कंपनी के अधिकारी और पुलिस दुकान पर पहुंच गई। पुलिस ने उस दुकान व जैन बुक डिपो से सात-सात पायरेटेड बुक्स बरामद की। दोनों दुकानाें से पुलिस ने एक-एक युवक को हिरासत में ले लिया।

मार्केट रेट से सस्ती बिक रही थी बुक्स

कंपनी अधिकारी ने बताया कि जो किताब मार्केट रेट पर आठ सौ रुपए की बिकती है, उसकी ही पायरेटेड किताब बारगेनिंग करने पर दुकानदार पांच से छह सौ तक में भी बेच देता है। साथ ही मुनाफा भी दोगुना कमाता है। इससे कंपनी को भारी नुकसान होता है।

बुक सेलर्स में सनसनी

कंपनी अधिकारियों ने पुलिस के साथ मिलकर अन्य किताब की दुकानों पर भी छापेमारी की, लेकिन कहीं और से पायरेटेड बुक्स बरामद नहीं हुईं। कुछ बुक सेलर्स तो दुकान बंद कर नौ दौ ग्यारह हो गए। इस दौरान बाजार में हड़कंप की स्थिति बनी रही।

कॉपीराइट एक्ट के तहत केस दर्ज

कंपनी अधिकारी संजीव कुमार राघव की ओर से दोनों बुक सेलर्स के खिलाफ 63 कॉपी राइट एक्ट, 420 के तहत केस दर्ज किया गया है। खबर लिखे जाने तक दोनों बुक सेलर्स पुलिस हिरासत में थे।

बाइंडिंग के लिए आई थी किताबें

पुलिस हिरासत में मौजूद दुकानदार आशू ने बताया उन्हें नहीं पता कि किताबें नकली हैं। उन्होंने कोई किताब नहीं बेची, बल्कि उनके पास तो किताबें बाइंडिंग के लिए आई थीं। वह पूरी तरह निर्दोष हैं।