मेरठ (ब्यूरो)। अगर आप 2 साल तक पौधों की देखभाल फैमिली मेंबर की तरह करेंगे तो यही पौधे 200 साल तक आपको अमूल्य रिटर्न गिफ्ट देते हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण करना जरूरी है। शहर में ट्री कवर बढ़ाने के लिए आम लोगों को भी सहयोग करना होगा। जब तक समाज के प्रत्येक व्यक्ति का पार्टिसिपेशन नहीं होगा, तब तक हम शहर को हरा-भरा नहीं रख सकेंगे। यह बात डीएफओ राजेश कुमार ने कही।

पब्लिक के सवालों के जवाब दिए
दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से पौधरोपण एक फरेब कैंपेन संचालित किया था। अभियान के आखिरी दिन शुक्रवार को डीएफओ राजेश कुमार ने प्रश्न पहर में पार्टिसिपेट किया। उन्होंने फोन के जरिए शहरवासियों की पौधरोपण में आ रही प्रॉब्लम्स को सुना। साथ ही उन्होंने प्लांटेशन और उसके रखरखाव में आ रही समस्याओं को दूर किया।

कॉलोनी में लगे जर्जर पुराने पेड़ को कटाने का क्या नियम है?
आयुष गोयल

करीब 29 प्रजातियों के पेड़ों को कटाने के लिए विभाग से परमिशन लेने की जरूरत है। इनकी सूचना नगर निगम को दी जानी है। उनके संज्ञान में लाकर पेड़ काटा जा सकता है। इसके अलावा बिजली विभाग, हाईडिल विभाग आदि विभाग जरूरी होने पर पेड़ काट सकते हैं।

शहर के बाहर हरे पेड़ काटे जा रहे हैं और शहर के अंदर पौधारोपण की खानापूर्ति हो रही है इससे हरियाली कैसे बढ़ेगी?
विनेश जैन

हमारा शहर विकासशील है। इन दिनों डेवलपमेंट के कई कार्य हो रहे हैं। जगह-जगह सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। कालोनियां विकसित हो रही है। इस कारण से पेड़ काटने पड़ रहे हैं।

वृक्षों के कटान को रोकने का क्या प्रयास है?
अंकुर बंसल

पहले नियम था कि एक हरा पेड़ काटेंगे तो बदले में दो पौधे लगाने अनिवार्य है लेकिन अब इसे बदलकर एक पेड़ के बदले 10 पौधे लगाने का प्रावधान कर दिया गया है। ताकि हरियाली का दायरा बढ़े।

पौधे लगाए तो बड़ी मात्रा में जाते हैं लेकिन जिंदा बहुत कम बचते हैं?
विक्रम सिंह

प्लांटेशन के लिए 59 डिपार्टमेंट को जोडा गया है। पौधे लगाने के बाद जिंदा रहे इसके लिए सभी विभागों की बराबर की भागीदारी है। सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। तभी पौधे सुरक्षित व संरक्षित रहेंगे।

वन कटने से शहर में बंदर, लेपर्ड आदि का आवागमन बढ़ रहा है?
रवि कुमार

ऐसा नही है लेपर्ड, बंदर कुत्ते आदि शहरों की तरफ नही आ रहे है बल्कि अधिकतर जानवरों की जनसंख्या संरक्षण के कारण बढ़ रही है। इसलिए इन जानकारी की हैबिटाइट जोन में भी इजाफा हुआ है उनका दायरा भी बढ़ रहा है इसलिए वह शहरों की तरफ आ रहे हैं।

पर्यावरण संरक्षण के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक का रियूज होना चाहिए?
नितिन कुमार

यह अच्छा सुझाव है। इसके लिए नगर निगम से बात कर जागरुकता का प्रयास किया जाएगा। छोटे छोटे स्केल पर रियूज के लिए कैंपेन चलाया जाएगा। पहला प्रयास होगा कि पॉलीथिन को डिस्कार्ड कर दें इसके अलावा कपड़े के थैले का प्रयोग करें,

शहर के स्कूलों में पेयजल के लगी टोंटियों का पानी वेस्ट होता है। इसको बचाने के लिए जल संचय किया जाना जरुरी है?
शिशिर

जल संचयन के लिए वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट कई स्कूलों में लगाया हुआ है। इसके लिए संबंधित विभाग से बात कर अधिक से अधिक स्कूलों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया जाने का प्रयास किया जाएगा।


मवाना स्थित जयसिंह पुर में सड़क निर्माण के दौरान 10 से 12 किमी सड़क किनारे लगे हरे पेड़ काट दिए गए थे जिसके बदले में पेड लगाए भी नही गए?
संजीव शर्मा

जो जगह आपने बताई है वहां निरीक्षण कर जल्द पौधारोपण किया जाएगा।

हरे पेड़ काटे जाने की शिकायत कहां करें?
विपिन

हरे पेड़ काटे जाने की सूचना आप विभाग के नंबर 0121- 2641762