- परिवार न्यालय में रिश्तों व प्रॉपर्टी के रोजाना आते हैं औसतन 40 मामले
- परामर्श केन्द्र पर नहीं हो पाता 30 फीसदी मामलों का निपटारा
Meerut: इन दिनों समाजवादी पार्टी का पारिवारिक झगड़ा किसी से छिपा नहीं है, पर क्या आपको पता है कि मेरठ में भी पारिवारिक झगड़ों की भरमार है। विभागीय जानकारी के मुताबिक सितंबर माह में मेरठ परामर्श केन्द्र पर 76 पारिवारिक मामले आए। जिनमें से 26 मामलों को कोर्ट में भेजा गया।
कोर्ट तक पहुंच जाती है बात
परामर्श केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार मेरठ में पति पत्नी के विवाद के सर्वाधिक मामले आते हैं। इसके बाद प्रॉपर्टी को लेकर आई परिवार में दरार और वर्चस्व को लेकर भी कई बार पारिवारिक विवाद बढ़ जाता है। सितंबर माह में ज्यादातर पारिवारिक कलह का कारण वर्चस्व रहा है।
पारिवारिक कलह का कारण
पारिवारिक मामलों के विशेषज्ञ अधिवक्ता राज चौधरी ने बताया कि मेरठ में पारिवारिक कलह का कारण छोटी-छोटी बात बनती है। जैसे पति मेरी बातों को हल्के में लेता है, ससुर तू-तड़ाक से बात करता है।
फैक्ट एंड फीगर
-सितंबर में परिवार परामर्श केन्द्र पर आए कुल मामले, 76
- वर्चस्व को लेकर आई दरार, 34 मामलों में
- प्रॉपर्टी को लेकर, 13 मामले
- पति व पत्नी के संबंधों को लेकर, 25 मामले
-अन्य, 4
मेरठ में पारिवारिक झगड़ों में पिछले कुछ दिनों में इजाफा हुआ है। ज्यादातर मामलों को कांउसलिंग के माध्यम से ही सुलझाने की कोशिश रहती है।
-रेणू सक्सेना, प्रभारी परिवार परामर्श केन्द्र