2 सदस्य गिरफ्तार किए वाहन चोरी करने वाले गैंग के
4 साल में चार करोड़ 20 लाख रुपये के वाहनों को किया चोरी
- 600 वाहन चोरी कर चुके हैं मेरठ और दिल्ली से
बधाई हो यानी रहो तैयार
गैंग के मेंबर्स और सोतीगंज के कबाडि़यों के बीच कम्युनिकेशन कोडवर्ड के माध्यम से होता था। इसके लिए बधाई हो कोडवर्ड चुना गया था, जिसका मतलब था, वाहन चोरी हो चुका है और हम कटान के लिए आ रहे हैं। तैयार हो जाओ।
Meerut वाहनों का कटान रोकने के लिए पुलिस के तमाम इतंजाम बेकार साबित हुए हैं। मंगलवार को परतापुर पुलिस ने ऐसे वाहन गिरोह के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया, जो मेरठ और दिल्ली से 600 से ज्यादा बाइक चुराकर सोतीगंज में कटवा चुका है। इनमें ज्यादातर मोटरसाइकिल की कीमत आमतौर पर 65-70 हजार रुपए के आसपास होती है। इस तरह ये चार करोड़ से ज्यादा लागत के वाहन कटवा चुके हैं। चोरी को मास्टर-की से पांच सेकंड में अंजाम दिया जाता था। इसके बाद सोतीगंज में 8-10 हजार रुपए में बेचकर दो घंटे के अंदर उसे काट दिया जाता था।
मास्टरमाइंड है सलमान
परतापुर एसओ सतीश कुमार ने बताया कि दोनों आरोपियों को खरखौदा मोड़ पर चेकिंग के दौरान पकड़ा गया। इनके नाम सलमान उर्फ मानू पुत्र वाहिद निवासी खुर्जा खास जगतपुरी दिल्ली और साजिद पुत्र अब्दुल हमीद निवासी गीता कालोनी दिल्ली हैं। गैंग का मास्टरमाइंड सलमान ही है। उनके पास से दो तमंचे और 3900 ग्राम गांजा भी मिला है।
2016 से सिलसिला
गैंग 2016 से दिल्ली-एनसीआर और मेरठ से से 600 से अधिक बाइक चोरी या लूट चुका है। सलमान ने पूछताछ में बताया कि वे पांच सेकेंड में मास्टर की लगाकर बाइक को चोरी कर लेते थे, जिसके बाद दो घंटे बाद मेरठ के सोतीगंज में लाकर वाहनों का कटान करा देते थे।
मेरठ-दिल्ली निशाना
घटना को मेरठ के परतापुर के अलावा दिल्ली के खजूरी, भजनपुरा, आनंद विहार, जगतपुरी, प्रीत विहार, साकेत, सीमापुरी आदि जगहों पर अंजाम दिया जाता था। वहां उनके खिलाफ केस भी दर्ज हैं।
इन्होंने कहा
वाहन चोरी करने वाले बदमाश जिन कबाडि़यों के संपर्क में थे, उनकी तलाश की जा रही है।
डॉ। अखिलेश नारायण सिंह, एसपी सिटी
कप्तान साहब, जरा याद कीजिए नवंबर में बने प्लान
पिछले कई महीनों से सोतीगंज में सदर पुलिस की सख्ती के बावजूद वाहनों का कटान जारी है। पुलिस ने सोतीगंज को लेकर पिछले साल नवंबर में प्लान बनाया था। यह प्लान पूरी तरह धराशायी हो गया है।
न रजिस्टर मेंटेन, न चेकिंग
नवंबर में एसएसपी अजय साहनी ने आदेश दिया था कि कटान वाले वाहनों का रजिस्टर मेंटेन किया जाए। जिसे हर महीने एसपी सिटी चेक करेंगे। लेकिन यह योजना ही परवान नहीं चढ़ सकी।
नहीं लगे सीसीटीवी
एसएसपी के आदेश पर एसपी सिटी ने सदर पुलिस को निर्देश दिए थे कि सोतीगंज में बने गोदामों में अनिवार्य रूप से सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएं। लेकिन इसे भी सुनिश्चित नहीं कराया जा सका।
पिकेट भी हटाई गई
एसएसपी के ही आदेश पर नवंबर में ही सोतीगंज में कटान को रोकने के लिए एक पुलिस पिकेट भी तैनात की गई थी। एक सप्ताह तक तो पिकेट तैनात रही, इसके बाद पिकेट को भी यहां से हटा दिया गया।