अव्यवस्था
स्कूली बच्चों की सेहत पर मंडरा रहा खतरा
स्कूलों को मांगने पर ही मिलेगा 'फल'
-फल वितरण के लिए शासन ने स्कूलों से मांगा पत्र
- मिड डे मिल के लिए फलों की ग्रांट होगी जारी
मेरठ। मिड डे मील में पहले ही बच्चों को घटिया क्वालिटी का खाना परोसा जा रहा है। अब फलों की ग्रांट न मिलने से बच्चों की सेहत पर संकट मंडरा गया है। कई जनपदों में फलों की ग्रांट का प्रयोग नहीं किया। इस वजह से उनकी ग्रांट जीरो हो गई है। अब अगर वह पत्र लिखकर सूचना देंगे तभी उनको ग्रांट जारी की जाएगी। अगर सूचना नहीं गई तो फल की ग्रांट शासन की ओर से बंद कर दी जाएगी।
- 30 जिलों ने नहीं ली है मिड डे मील में फलों की ग्रांट
- 6919 स्कूल हैं मेरठ मंडल में
- 1,70,104 बच्चे हैं मेरठ के स्कूलों में।
- 4,32,229 बच्चे मंडल मिड डे मील से होते हैं लाभांवित।
- 58,626 बच्चे मेरठ जनपद में मिड डे मील से होते हैं लाभांवित।
- सोमवार को दिया जाता है बच्चों को मौसम के अनुरूप फल
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विभाग से 16 सप्ताह का पैसा आया था। जिन जनपदों ने इन्हें नहीं लिया है। उनकी ग्रांट जीरो हो गई है। फल की ग्रांट के लिए फाइल शासन को भेजी गई है। जिन जनपदों से ग्रांट आहरित नहीं हुई है उनको पत्र के माध्यम से प्राधिकरण को अवगत कराना पड़ेगा।
-वीरेंद्र कुमार, मंडलीय समन्वयक, मिड डे मील