- ऋषभ मैनेजमेंट ने 70 स्टूडेंट्स को किया रेस्टिगेट

- स्कूल में एडमिशन के नियम भी बदले गए

- मां-बाप की काउंसिलिंग कराने का भी फैसला

Meerut : कैंट स्थित ऋषभ एकेडमी में बुधवार को नाइंथ क्लास के स्टूडेंट्स में मारपीट हुई, जिससे एक स्टूडेंट सिर फूट गया। यहां मंगलवार को भी काफी हंगामा हुआ था, जिसमें स्कूल मैनेजमेंट ने सौ से अधिक स्टूडेंट को नोटिस जारी किया था। इसके बावजूद बुधवार को बवाल हुआ।

फूटा एक स्टूडेंट का सिर

ऋषभ एकेडमी में बुधवार को नाइंथ डी के स्टूडेंट्स में आपसी कहासुनी को लेकर मारपीट भी हो गई। हुआ यूं कि दो स्टूडेंट्स में होमवर्क को लेकर आपस में बहस हो रही थी। इतने में तीसरे स्टूडेंट ने आकर दोनों के बीच में धक्का-मुक्की शुरू कर दी। मारपीट के बीच एक स्टूडेंट को चश्मा टूटकर उसके सिर में कांच लग गया, जिससे उसके सिर में काफी चोट आई और खून बहने लगा। मौके पर स्टूडेंट के पिता को स्कूल बुलाया गया और उसे पिता के साथ वापस भेजा गया।

70 स्टूडेंट रेस्टिगेट

स्कूल मैनेजमेंट के सेकेट्री रंजीत जैन ने बताया कि स्कूल में काफी दिनों से माहौल बिगड़ा हुआ। स्कूल ने ऐसे 70 स्टूडेंट को चिह्नित किया है, जो स्कूल को माहौल को लगातार बिगाड़ रहे हैं। इन्हें नोटिस जारी किया गया है। एग्जाम के बाद इन स्टूडेंट्स को रेस्टिगेट कर दिया जाएगा और दूसरे स्कूल में जाने की सलाह दी जाएगी।

स्टूडेंट्स को उकसाते हैं

स्कूल मैनेजमेंट का मानना है कि स्कूल में ऐसे काफी स्टूडेंट शामिल हैं जो स्कूल का महौल बिगाड़ रहे थे। स्कूल में कई बार स्टूडेंट को गलत परिस्थिति में देखा गया था, जिसके बाद से लड़के और लड़कियों का सेक्शन, छुट्टी टाइम भी बदला गया। मैनेजमेंट के अनुसार आठ से दस लड़के-लड़कियां स्टूडेंट्स को माहौल बिगाड़ने के लिए उकसाते थे।

2009 से बिगड़ा माहौल

स्कूल मैनेजमेंट की मानें तो स्कूल का माहौल 2009 से ही बिगड़ना शुरू हो गया था। 2014 के बाद नए मैनेजमेंट ने स्कूल में बिगड़ते माहौल को संभालने के लिए लड़के-लड़कियोंका सेक्शन, छूट्टी टाइम और लंच टाइम अलग-अलग रख दिया। जिसके बाद से कुछ स्टूडेंट ने स्कूल का माहौल और भी बिगाड़ना शुरू कर दिया। मैनेजमेंट के अनुसार अन्य स्कूलों से रेस्टिकेट हुए कुछ ऐसे स्टूडेंट जिनकी सिफारिश एडमिशन के लिए स्कूल पहुंची थी। इनमें आठ लड़कियां भी स्कूल के बच्चों को बिगाड़ने में शामिल हैं।

ग‌र्ल्स के साथ भी हादसे

स्कूल मैनेजमेंट के अनुसार पहले भी कई लड़कियों के साथ हादसे हो चुके हैं। इस मामले में अपने साथ हुए हादसों को लेकर ऐसी चार लड़कियां घर बैठी हैं, जिनके साथ बड़े हादसे हो चुके हैं। इसलिए वह स्कूल भी नहीं आ रही हैं। इनमें से एक लड़कीतो ऐसी भी है जिसको लगातार मारने व गलत करने की धमकी दी जा रही है। ऐसे में लड़कियां बहुत सहमी हुई हैं। मैनेजमेंट उन्हें सिक्योरिटी देते हुए चुपचाप पेपर दिलवाता है।

टीचर्स पर कमेंटबाजी

स्कूल मैनेजमेंट के सेकेट्री रंजीत जैन एवं प्रिंसिपल डॉ। याचना ने बताया कि कुछ छात्र अक्सर स्कूल का माहौल बिगाड़ते हैं। पीटीए टीचर राहुल चौधरी ने बताया कि स्टूडेंट चिडि़यां की आवाज निकालना, टीचर पर कमेंटबाजी करना, टीचर को चॉक मारना आदि करते थे। इसके अलावा वह शरारती आवाजें निकालकर टीचर्स को परेशान किया करते थे। स्कूल प्रिंसिपल डॉ। याचना ने बताया कि टीचर आशा स्टूडेंट से सहमी हुई हैं। क्योंकि उन्हें डर हैं कि कहीं रास्ते में आते जाते कोई हादसा न हो जाए।

छह ने लिखा है माफीनामा

स्कूल के छह स्टूडेंट ने आज सुबह स्कूल को माफीनामा लिखकर दिया हैं। रंजीत ने बताया कि इन छह स्टूडेंट ने स्वीकारा हैं उन्हें कुछ स्टूडेंट ने माहौल बिगाड़ने के लिए भड़काया था। इन स्टूडेंट ने माना है कि वह भटक गए थे।

गायब रहे ब्लैक लिस्टेड

स्कूल के अनुसार जिन स्टूडेंट को ब्लैक लिस्टेड कर नोटिस दिया गया था, वो स्कूल से अगले दिन गायब रहे। वहीं स्कूल के बाहर माहौल की जानकारी के लिए पेरेंट्स व स्टूडेंट्स भटकते हुए दिखे। इनमें कुछ स्टूडेंट्स तो ऐसे भी दिखे जो स्कूल कि ड्रेस में आसपास आकर छुपे हुए थे और बार -बार चक्कर काट रहे थे।

स्टूडेंट्स ने दी अपनी सफाई

स्कूल मैनेजमेंट के आरोप लगाने पर स्टूडेंट ने अपनी सफाई रोकर दी। इस दौरान स्टूडेंट को कहना था कि स्कूल मैनेजमेंट का सेकेट्री रंजीत उनपर झूठे इल्जाम लगा रहे हैं। स्टूडेंट्स ने बताया कि वह तो केवल हलका सा शोर मचा रहे थे। इतने में ही टीचर राहुल ने उनको मारना शुरू कर दिया था। इसलिए स्टूडेंट्स ने अपने पेरेंट्स को बुला लिया था। इसके अलावा हमने कभी कुछ गलत उत्पात नहीं मचाया। स्टूडेंट्स का कहना था कि मैनेजमेंट सचिव उन्हें अक्सर धमकाया करता है। एक स्टूडेंट का कहना था कि मुझपर फर्जी रेप का मुकदमा दर्ज करने की भी धमकी दी गई हैं।

प्रेयर निकाला

स्टूडेंट ने बताया कि उन्हें सुबह प्रेयर से धमाकर निकाला गया था बाहर निकाला गया था। स्टूडेंट्स का कहना था कि वह सुबह स्कूल गए थे गायब नहीं हुए थे। उन्हें प्रेयर में मैनेजमेंट के सदस्यों ने मारकर बाहर निकाला था और घर वापस लौटने को बोला था।

स्कूल का माहौल बिगाड़ने वाले स्टूडेंट्स को अगले सेशन में बिल्कुल भी नहीं रखा जाएगा। संबंधित दोषी स्टूडेंट्स को एग्जाम के बाद निकाला जाएगा। ऐसे लगभग 70 स्टूडेंट्स है जो माहौल को बिगाड़ रहे हैं। अगर इन स्टूडेंट्स को चिह्नित करने की कार्रवाई न की जाती तो निश्चित ही लव जेहाद या जेएनयू जैसा मुद्दा बन सकता था।

-रंजीत जैन

सेक्रेटरी ऋषभ एकेडमी