जेएनयू के कुलपति को बर्खास्त करने की मांग

काली पट्टी लेकर विरोध करने आए थे नेता

Meerut। दो दिन पहले दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में अज्ञात नकाबपोश हमलावरों द्वारा छात्रसंघ अध्यक्ष सहित अन्य छात्रों और शिक्षकों पर हुए हमले को लेकर मेरठ में भी आक्रोश देखने को मिला। सपा और रालोद नेताओं ने कमिश्नरी पर धरना प्रदर्शन किया। सपा और रालोद सहित छात्र संगठनों ने कमिश्नरी चौराहे पर धरना-प्रदर्शन करते हुए हमलावरों का पता लगाकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। वहीं छात्रों ने इस मामले में जेएनयू के कुलपति को बर्खास्त किए जाने की मांग की।

आवाज दबाने को हमला

सपा के पूर्व विधायक गुलाम मोहम्मद और सपा नेता गोपाल अग्रवाल के साथ दर्जनों कार्यकर्ता कमिश्नरी चौराहे पर पहुंचे। धरने प्रदर्शन का अनूठा रास्ता अपनाते हुए सपा कार्यकर्ताओं ने अपने मुंह पर काला कपड़ा बांधकर कमिश्नरी के गेट पर धरना दिया। सपा के पूर्व विधायक गुलाम मोहम्मद ने आरोप लगाया कि जेएनयू में लोकतंत्र की आवाज उठाने वालों पर हमला कर कुछ लोग उनकी आवाज को दबाने की साजिश रच रहे हैं। उधर, रालोद छात्र सभा के बैनर तले छात्र नेता राजीव बालियान और सपा नेता अनुज जावला के नेतृत्व में दर्जनों छात्रों ने कमिश्नरी के गेट पर धरना देकर जेएनयू की घटना पर रोष प्रकट किया।

कुलपति जिम्मेदार

छात्रों ने जेएनयू कि छात्रसंघ अध्यक्ष आइशा घोष सहित अन्य छात्रों और शिक्षकों पर विश्वविद्यालय परिसर में हुए हमले को लेकर विश्वविद्यालय के कुलपति को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि जो कुलपति अपने परिसर की सुरक्षा में नाकाम है, उसे अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। छात्रों ने जेएनयू के कुलपति को बर्खास्त करने की मांग करते हुए घटना की न्यायिक जांच कराए जाने की मांग की। उन्होंने एक ज्ञापन मजिस्ट्रेट को सौंपा।

हमले को लेकर जताया विरोध

जेएनयू में स्टूडेंट्स के साथ हुई मारपीट के विरोध में छात्रों ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद राष्ट्रपति के नाम पत्र भेजा। छात्र सम्राट मलिक ने कहा कि जेएनयू में छात्रों के साथ बर्बरता निंदनीय है। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व गोपाल अग्रवाल, गुलाम मोहम्मद, जयवीर सिंह आदि ने किया। इस दौरान बाबर चौहान, शोएब अली, अनमोल त्यागी मनीष कुमार, विजय मलिक आदि मौजूद रहे।