- एसएसपी ने मांगा जवाब, बिना लिखा पढ़ी के क्यों छोड़ा

- कैंसर का मरीज बताकर पुलिस पल्ला झाड़ने में जुटी हुई

Sardhana : घर में घुसकर मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने के मामले में वारंटी को पकड़ कर थाने से छोड़ना सरधना पुलिस के गले की फांस बन गया। मामला एसएसपी तक पहुंचा तो पुलिस की हरकत में आई। अब दोबारा से आरोपी को पकड़ने के लिए धरपकड़ की जा रही है। एसएसपी ने ख्ब् घंटे का अल्टीमेटम पुलिस को दिया है।

शिकायत ने खोली पोल

मोहल्ला सराय भटियारी निवासी सलमा पत्नी मेहराजुद्दीन ने एसएसपी को दिए शिकायती पत्र में बताया कि वर्ष ख्007 में उन्होंने एसएसपी के आदेश पर हाजी अनीस, दरोगा जयवीर सिंह और नन्नूमल निगम, चार सिपाही आदि के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें पुलिस ने फर्जी शपथ पत्रों के आधार एफआर लगा दी थी। सीजेएम-ब् मेरठ ने एफआर निरस्त कर आरोपियों को जमानत न कराने पर गैर जमानती वारंट जारी कर दिए थे। मंगलवार को पुलिस ने हाजी अनीस को गिरफ्तार कर लिया और थाने ले आई। आरोप है कि इंस्पेक्टर ने कुछ देर बाद ही उसे छोड़ दिया।

गायब हुआ आरोपी

इंस्पेक्टर पर इस मामले में 'खेल' करने का आरोप लगाया। इसके अलावा वारंटी अनीस पर भी कई गंभीर आरोप लगाए। बताया गया कि एसएसपी ने इंस्पेक्टर को फोन कर वारंटी को छोड़ने का कारण पूछा तो उन्होंने बीमारी के चलते उसे छोड़ने की बात कही। इस पर एसएसपी ने तल्ख तेवर दिखाते हुए हाजी अनीस को एक घंटे में गिरफ्तार कर अपने सामने पेश करने के आदेश इंस्पेक्टर आरके सिसौदिया को दिए। इससे पुलिस में हड़कंप मच गया। बुधवार देर शाम तक हाजी अनीस को पकड़ने के लिए पुलिस ने कई बार और कई स्थानों पर दबिश दी। मगर देर शाम तक भी वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा था।

वारंटी को छोड़ने की शिकायत सरधना पुलिस की मिली थी, उन्होंने बताया कि, आरोपी कैंसर का मरीज था। इसलिए छोड़ दिया। बिना लिखा पढ़ी के छोड़ने के कारण पुलिस को तत्काल उसकी गिरफ्तारी के आदेश दिए है।

- ओंकार सिंह, एसएसपी