- स्टूडेंट्स ने कॉपियों में आंसर की जगह लिखे इमोशनल लेटर

- फैमिली प्रॉब्लम बताकर लगा रहे नंबर देने की गुहार

Meerut : गुरुजी, स्टूडेंट के दिल का दर्द तुम क्या जानो? आपको नहीं पता कि कैसे पूरे साल मेहनत की जाती है? कुछ इसी तरह के मजाकिया लेटर लिखकर स्टूडेंट मूल्यांकन में निरीक्षकों की हंसी का पात्र बन रहे हैं। यूपी बोर्ड मूल्यांकन का काम जैसे ही तेजी पकड़ रहा है। वैसे ही कॉपियों में कहीं नकल की पोल खुल रही है तो कहीं पर स्टूडेंट्स के व्यंग हंसी का पात्र भी बन रहे हैं। रविवार को उस समय निरीक्षक हंसते हंसते लोटपोट हो गए, जब मूल्यांकन के समय कॉपियों में एक से एक हास्यप्रद नोटिफिकेशन और शेरो शायरी पढ़ने को मिली। किसी ने अपने घर की कहानी लिख डाली तो किसी ने लिख डाला था एक स्टूडेंट का दर्द।

आप नहीं जानते स्टूडेंट का दर्द

जीआईसी पर जौनपुर की कॉपी चेक करते समय निरीक्षक अपनी हंसी ही नहीं रोक पा रहे थे। मूल्यांकन के समय यहां इंटर की इंग्लिश की एक कॉपी ऐसी निकली जो सभी की हंसी का पात्र बन गई। कॉपी में किसी परीक्षार्थी ने स्टूडेंट के दर्द पर शेरो शायरी लिखी हुई थी। जिसमें लिखा हुआ था कि स्टूडेंट का दर्द स्कूल क्या जाने, कॉलेज का माहौल पेरेंट्स क्या जाने, होती है कितनी तकलीफ एक पेपर लिखने में इसका दर्द पेपर चेक करने वाला क्या जाने। कॉपी के हर पन्ने पर उस परीक्षार्थी ने केवल यही लिखा हुआ था। इस कॉपी को देखकर जहां टीचर्स की हंसी नहीं रुक पा रही थी। वहीं निरीक्षकों को यह भी अहसास हो रहा था कि आजकल स्टूडेंट पढ़ाई की जगह अपना समय इन कामों में बर्बाद करते हैं। शिक्षा का स्तर कितना गिर रहा है।

गलती हो तो माफ कीजिए

जहां एक कॉपी में एक स्टूडेंट ने दिल का दर्द लिखा हुआ था। वहीं इंटर की इंग्लिश की किसी कॉपी में स्टूडेंट ने निरीक्षक से माफी मांग रखी थी। स्टूडेंट ने लिखा हुआ था कि कुछ गलत सही जो भी हो सर माफ कीजिए और मुझे पास कर दीजिए।

हिंदी में हो सकते हैं सैकड़ों फेल

बीएवी सेंटर पर आई हाईस्कूल की बनारस की हिंदी की कॉपियों को देखकर साफ जाहिर हो रहा था कि इन परीक्षार्थियों को इस बार कोई भी पास नहीं कर सकता है। सेंटर पर आई हाईस्कूल की बनारस की सैकड़ों ऐसी कॉपियां निकली जिनमें पूरे बंडल के बंडल ऐसे थे, जिसमें कॉपी का पूरी खाली थी। जिस पर एक शब्द तक नहीं लिखा हुआ था।

कॉपी एक और भाषा अनेक

एक सेंटर पर इंटर की अर्थशास्त्र विषय की एक ऐसी कॉपी निकली जिसमें किसी परीक्षार्थी ने इंग्लिश, हिंदी और संस्कृत तीन तरह की लैंग्वेज का यूज किया हुआ था। कॉपी को देखने के बाद निरीक्षक भी अपनी हंसी नहीं रोक पा रहे थे। निरीक्षकों का यह कहना था कि इस तरह की कॉपियां देखकर यह महसूस होता है कि आखिर इस तरह के परीक्षार्थी इंटर तक पहुंच कैसे जाते हैं।