मेरठ (ब्यूरो)। सीसीएसयू के बीएससी कृषि व बीएससी के अन्य विषयों के रिजल्ट को लेकर स्टूडेंट्स लगातार शिकायतें कर रहे हैं। दरअसल यूनिवर्सिटी ने 15 से 18 जून बीएससी से संबंधित फस्र्ट सेमेस्टर के विभिन्न रिजल्ट जारी किए हैं। जिसमें पास स्टूडेंट्स को भ्ीा फेल दर्शा दिया गया है। वहीं अभी तक सेंकेड, थर्ड और फोर्थ सेमेस्टर का रिजल्ट तो आया तक नहीं है। ऐसे में स्टूडेंट्स रिजल्ट को लेकर लगातार शिकायतें लेकर रजिस्ट्रार व परीक्षा नियंत्रक कार्यालय पहुंच रहे हैं।

पुराने रिजल्ट को मान्य करने की मांग की
दरअसल बीएससी कृषि सहित विभिन्न विषयों के रिजल्ट जो 2021 में दिसम्बर में जारी कर दिए गए थे। अब 18 जून को यूनिवर्सिटी ने नई शिक्षा नीति के तहत इस रिजल्ट को संशोधित करके जारी किया है। जिसमें पास हुए स्टूडेंट्स को आईसीएसआर की नई शिक्षा नीति लगाकर फेल घोषित कर दिया गया है। इसको लेकर स्टूडेंट्स लगातार शिकायतें कर रहे हैं, शुक्रवार को भी स्टूडेंट्स इस संबंध में यूनिवर्सिटी में विभिन्न अधिकारियों से मुलाकात की है। अभी तक ऐसी करीब दो सौ स्टूडेंट्स की शिकायतें आ चुकी हैं।

किया जा रहा है गुमराह
स्टूडेंट्स का अरोप है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन स्टूडेंट्स को गुमराह कर रहा है। क्योंकि नई शिक्षा नीति 2020 में लागू की गई थी। लेकिन यूनिवर्सिटी ने इसको अब लागू किया, जबकि यूनिवर्सिटी स्तर से खुद रिजल्ट पहले जारी किया गया और खुद ही अचानक संशोधित रिजल्ट इतने महीनों बाद जारी कर स्टूडेंट्स को फेल किया है।

रिजल्ट में कोई अंतर नहीं
परीक्षा नियंत्रक डॉ। अश्वनी कुमार का कहना है कि बीएससी कृषि नर्सिंग के प्रथम सेमेस्टर का संशोधित रिजल्ट आईसीआर की नई शिक्षा के तहत घोषित किया गया है। जो स्टूडेंट्स के लिए काफी लाभकारी है, इसके तहत ही दूसरे, तीसरे व चौथे सेमेस्टर का रिजल्ट जल्द घोषित किया जाएगा। उनका कहना है कि रही रिजल्ट की बात तो जो दिसम्बर 2021 में जारी किया था और अब जारी किए रिजल्ट में कोई अंतर नहीं है। उसके औसत के हिसाब से अंक दिए गए है।इसमें पास स्टूडेंट्स के फेल नहीं किया गया है औसत अंको के हिसाब से जो पास है उसे पास किया गया है।

ये हुआ है बदलाव
स्टूडेंट्स ने बताया कि 2021 में जारी रिजल्ट के अनुसार लिखित परीक्षा, 50 अंक, इंटरर्नल 25 अंक औरा प्रैक्टिकल के 25 अंक थे। संशोधित रिजल्ट रिजल्ट में नई शिक्षा नीति के अनुसार लिखित परीक्षा 50 अंक, इंटरर्नल 35, प्रैक्टिकल 15 अंक कर दिए गए है। जिसके चलते काफी स्टूडेंट फेल है।