मेरठ (ब्यूरो)। बीते दिनों मूसलाधार बारिश हुई थी। करीब तीन दिन बीत चुके हैं। हालात सामान्य हो चुके हैं। बावजूद इसके, शहर के कई इलाकों में जलभराव है। बारिश का पानी निकालनेे में अब लोगों की आंखों में पानी आ रहा है। हालत यह है कि शहर की पुरानी गलियों में अभी भी पानी भरा है। आवागमन में दिक्कत हो रही है।

बुनकर नगर के हालात नाजुक
दरअसल, जलनिकासी ना होने से मेन रोड से लेकर गलियों तक में पानी भरा है। जलभराव के कारण शहर का बुनकर नगर प्रभावित है। इस बाबत स्थानीय नागरिक शरीफ अहमद ने इस समस्या पर नगर विकास मंत्रालय और नगर निगम को ट्वीट कर समस्या से निजात दिलाने की मांग की है।

हर साल होता है जलभराव
गौरतलब है कि बारिश शुरू होते ही बुनकर नगर, किदवई नगर जैसे प्रमुख इलाके हर साल जलभराव की समस्या से जूझते हैं। ये इलाके नगर निगम सीमा में शामिल होने के बाद भी नगर निगम की सभी मूलभूत सुविधाओं से महरूम हैं। न सिर्फ इन जगहों पर हाउस टैक्स, वाटर टैक्स वसूला जाता है, बल्कि सीवर टैक्स भी जाता है, जबकि क्षेत्र में सीवर लाइन तक चालू नही है।

मकान तक बेचने को मजबूर
दरअसल, शहर के प्रमुख कुटीर उद्योगों का संचालन होता है, लेकिन बरसात के दौरान यहां गलियों से लेकर घरों में पानी भर जाता है। नतीजा यह है कि यहां के लोग अब मकान बेचकर जाने को मजबूर हो गए हैं। गत वर्ष इस समस्या के कारण कई स्थानीय नागरिकों ने पलायन तक की चेतावनी निगम को दी थी। इसके बाद भी स्थिति जस की तस है। तीन दिन पहले हुई बारिश का पानी अभी तक क्षेत्र में भरा हुआ है।

अधूरा सीवर और डेयरियां
इन क्षेत्रों में जलभराव की समस्या प्रमुख कारण है जलनिकासी की अधूरी व्यवस्था है। इस क्षेत्र की जल निकासी ओडियन नाले पर निर्भर है, लेकिन इन क्षेत्रों का ग्राउंड लेवल नाले के लेवल से नीचा है। ऐसे में जब बरसात होती है तो पानी नाले में जाने के बजाए नाले का पानी ही बैक होकर गलियों में वापस भर जाता है। दूसरा, इस क्षेत्र में जल निकासी पूरी तरह नालियों पर निर्भर है। अवैध डेयरियों के गोबर के कारण नालियां बंद रहती हैं। ऐसे में पानी नालियों के बजाए गलियों में बहता है। तीसरा, इस क्षेत्र में सीवर लाइन की व्यवस्था अभी तक अधूरी है। कई क्षेत्रों में सीवर लाइन डाली जा चुकी है लेकिन चालू नही है। निगम ने सीवरलाइन तो बिछा दी, लेकिन मेन रोड की लाइन से उन्हें जोड़ा नही गया।

यहां नहीं सुधर रहे हालत
बुनकर नगर, साउथ इस्लामाबाद, लुहारपुरा, विकासपुरी, ताला फैक्ट्री, किदवई नगर

यह समस्या बन रही कारण
इन क्षेत्रों में सीवर लाइन सालों से बंद है
पूरे क्षेत्र की जलनिकासी केवल ओडियन नाले पर निर्भर है
क्षेत्र में नालियों की सफाई व्यवस्था नही होना
कूड़ा कलेक्शन की अधूरी व्यवस्थाएं

क्षेत्र की मुख्य समस्या अवैध रूप से संचालित हो रहीं डेयरियों के गोबर की हैं। इस कारण जल निकासी नहीं हो पा रही है। क्षेत्र का निरीक्षण करके इस समस्या को दूर किया जाएगा।
डॉ। हरपाल सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी