नोएडा में छापकर मेरठ में खपाते थे नकली करेंसी

2 लाख रूपये की करीब नकली करेंसी टीपीनगर पुलिस ने पकड़ी

4 माह में 50 लाख से ज्यादा की करेंसी मेरठ के बाजार में खपा चुके हैं आरोपी

नकली करेंसी छापने में इस्तेमाल हो रहे सामान को पुलिस ने नोएडा से बरामद किया

Meerut। टीपीनगर पुलिस ने रविवार को नकली करेंसी छापने वाले गैंग का भंडाफोड़ करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि एक आरोपी फरार है। आरोपी के कब्जे से एक लाख 97 हजार 200 रुपये के जाली नोट व 27 हजार 900 रुपये के अधूरे बने जाली के नोट बरामद किए। करेंसी छापने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री भी पुलिस ने बरामद की है। आरोपी नोएडा में नकली करेंसी को छापकर मेरठ के मार्केट में उसे उतारने का काम कर रहे थे। पुलिस का कहना है कि आरोपी बीते चार माह से अब तक बाजार में 50 लाख रूपये से ज्यादा की नकली करेंसी चला चुके हैं।

ये है मामला

टीपी नगर एसओ विजय गुप्ता ने बताया कि मूल रूप से आजमपुर हुसैनपुर थाना ककोड़ बुलंदशहर और वर्तमान में चौहानपुर थाना इकोटेक तृत्तीय नोएडा निवासी सुनील कुमार पुत्र दशरथ को गिरफ्तार किया है। जबकि दूसरा आरोपी श्रीकांत उर्फ कालीचरन भागने मे सफल रहा।

50 लाख का अंदेशा

आरोपी सुनील ने पूछताछ में बताया कि वह श्रीकांत उर्फ कालीचरन के साथ मिलकर पिछले चार महीने से अपने फ्लैट पर नकली करेंसी छाप रहा था और उसे बाजार मे चला रहा था। अब तक पचास लाख रूपये से ज्यादा की नकली करेंसी आरोपी चला चुके है। आरोपी की निशानदेही पर उसके नोएडा फ्लैट से पुलिस ने जाली नोट छापने में इस्तेमाल होने वाला प्रिंटर, ए4 साइज पेपर, कलर सेलोटेप, व्हाइटनर समेत काफी सामान बरामद किया है। टीपी नगर पुलिस ने कई धाराओं में मुकदमा भी दर्ज कर लिया है।

ये करेंसी हुई बरामद

1. 1,97,200 रूपये की नकली करेंसी बरामद

100-100 के 934 नोट

200-200 के 249 नोट, दो सीरियल नंबर्स में

500-500 के 108 नोट, पांच सीरियल नंबर्स में

2. 27,900 रूपये की आधी बनी नकली करेंसी बरामद

5. 50,000 रूपये की असली करेंसी बरामद

500-500 के 62 नोट

200-200 के 12 नोट

100-100 के 166 नोट

दिल्ली और उत्तराखंड था अगला टारगेट

लाखों की नकली करेंसी के साथ रविवार को टीपीनगर पुलिस की पकड़ में आया सुनील और उसका फरार साथी नोएडा के फ्लैट पर छापी गई 50 लाख की नकली करेंसी मेरठ समेत वेस्ट यूपी में खपा चुका है। सुनील की निशानदेही पर उसके फरार साथी कालीचरण की तलाश की जा रही है। पुलिस ने बताया कि ये जानकारी आरोपी से शुरुआती पूछताछ में सामने आई है। एसपी सिटी डॉ। अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि आरोपियों ने मेरठ के साथ-साथ वेस्ट यूपी में लाखों के नकली नोट सप्लाई किए हैं। दिल्ली और उत्तराखंड में भी आरोपी अपना नेटवर्क बनाना चाहते थे। इनके खिलाफ एनएसए के तहत भी कार्रवाई की जाएगी।

दिल्ली और उत्तराखंड में सप्लाई

नकली करेंसी का मामला लंबे समय बाद जिले में सामने आया है। एक लाख 97 हजार की नकली करेंसी बरामद होने के बाद पुलिस भी सकते में आ गई है। हालांकि आरोपी सुनील से पुलिस ने जो पूछताछ की, उसमें काफी कुछ सामने आ गया है। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने बीते चार माह में वेस्ट यूपी समेत मेरठ में 50 लाख की नकली करेंसी खपाई है। अब आरोपियों की अगला टारगेट दिल्ली और उत्तराखंड में अपने नेटवर्क सेटअप करने का था।

कर ली थी प्लानिंग

पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने दिल्ली और उत्तराखंड में नकली करेंसी का खेल शुरू करने के लिए दोनों आरोपियों ने पूरी प्लानिंग भी कर ली थी। इसके लिए आरोपियों टीपीनगर के वेदव्यासपुरी में नकली करेंसी छापने की पूरी तैयारी कर ली थी।

सीडीआर खोलेगी राज

पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपी सुनील ने केवल दो लोगों के गैंग होने की बात कुबूली है। मगर पुलिस आरोपियों के सीडीआर निकालने की तैयारी में जुटी है। कारण, पुलिस को ये यकीन नहीं हो रहा कि केवल दो लोग नकली करेंसी का नेटवर्क मेरठ समेत वेस्ट यूपी में चला रहे थे। साथ ही पुलिस आरोपियों एनएसए लगाने की तैयारी भी कर रही है।

कहां-कहां खपाई करेंसी

पुलिस पकड़े गए आरोपी सुनील से कालीचरण की लोकेशन पता करने के साथ ही उसके नेटवर्क की जड़ें भी खंगाल रही है। साथ मेरठ समेत वेस्ट यूपी में कहां-कहां और किस के जरिए नकली करेंसी खपाई गई है, इसकी भी जांच की जा रही है। पुलिस के मुताबिक शुरुआती पूछताछ में इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट से लेकर गारमेंट और ऑटोमोबाइल बाजार में करेंसी खपाने की जानकारी सामने आई है।