मेरठ (ब्यूरो)। बरसात के साथ ही शहर की टूटी सड़कों का हाल बदतर होना शुरू हो गया है। कई सड़कें तो ऐसी हैं, जिनमें सीवर लाइन डालने के नाम पर उन्हें खोद तो दिया गया लेकिन आज तक उनका निर्माण नहीं किया गया। इसका एक प्रमुख उदाहरण प्रहलाद नगर रोड है। इस रोड को चार साल पहले सीवर व्यवस्था सुधारने के नाम पर खोदा गया था लेकिन तब से अब तक इस सड़क की मरम्मत का काम शुरू ही नहीं हुआ है। हापुड़ रोड की इस गंभीर समस्या को लेकर स्थानीय नागरिक चांद मोहम्मद ने ट्वीट कर सीएम समेत नगर सचिव से इस रोड की हालत सुधारने की गुहार लगाई है।

सीएम के आदेश की अनदेखी
हर साल की तरह गत वर्ष भी अक्टूबर माह में मुख्यमंत्री योगी का आदेश आया था कि शहर की सड़कों को गड्ढामुक्त किया जाए। नवंबर अंत तक का समय दिया गया था। लेकिन पिछले चार साल की तरह गत वर्ष भी कागजों में ही शहर की सड़कोंं को गड्ढामुक्त दिखा दिया गया।

पैदल चलना दूभर
सड़क निर्माण की हकीकत देखनी है तो गोलाकुंआ से लिसाड़ी गेट रोड पर जाकर देखी जा सकती है। पिछले साल बरसात में तीन-तीन फुट जलभराव झेलने के बाद नगर निगम ने इस रोड के गड्ढों को रोडिय़ां से भरकर खानापूर्ति कर दी थी। मगर कुछ ही दिन में रोडिय़ां उखडऩे से सड़क के हालात जस के तस हो गए। अब इस सड़क पर रोडिय़ों और दिनभर उडऩे वाली धूल से लोग परेशान हैैं। कुल मिलाकर इस रोड का हाल इस कदर खराब है कि यहां पैदल चलना तक दूभर हो गया है।

कनेक्टिंग पाइप भी डाले
यह सड़क पिछले चार साल से खुदी पड़ी है। आसपास की गलियों से पानी की निकासी के लिए सीवर लाइन के कनेक्टिंग पाइप भी गलियों में डाले जा चुके हैं। बावजूद इसके सड़क निर्माण का कार्य अभी तक अधूरा पड़ा हुआ है।

प्रभावित हो रहा व्यापार
हापुड अड्डे से गोलाकुंआ होते हुए भूमिया पुल तक हजारों लोग रोजाना इस रोड का प्रयोग करते हैं। इस रोड से होते हुए दरियागंज, प्रहलाद नगर, महमूदनगर, भगवत पुरा, मुफ्तियान, मलियाना, लिसाड़ी गेट, ब्रह्मपुरी, कबाड़ी बाजार, खत्ता रोड, नूर नगर आदि जाने वाले लोग व व्यापारियों को रोजाना परेशान होना पड़ता है। इतना ही नहीं, गोलाकुंआ और लिसाड़ीगेट चौराहे के मेन मार्केट का कारोबार भी इस खस्ताहाल सड़क के कारण प्रभावित हो रहा है।

बोर्ड बैठक में सड़कों की मरम्मत और निर्माण के लिए मंथन किया गया था। अब बजट आने के बाद प्रमुखता से सड़कों का निर्माण किया जाएगा।
ब्रजपाल सिंह, सहायक नगरायुक्त