मेरठ ब्यूरो। शहर के मोहकमपुर में इंडस्ट्रियल एरिया बसाया गया था। मकसद था कि यहां पर बने प्रोडक्ट देश-दुनिया में अपनी पहचान बनाएंगे। हुआ भी ऐसा ही, यहां के बने प्रोडक्ट देश-दुनिया में अपनी क्वालिटी का जलवा बिखेर रहे हैं। अब शहर का सबसे बड़ा इंडस्ट्रियल एरिया मोहकमपुर है। दावा था कि यहां पर उद्यमियों को सारी सुविधाएं मिलेंगी। पर हकीकत बिल्कुल जुदा है। 250 से ज्यादा इंडस्ट्रीज गौरतलब है कि मोहकमपुर में 250 से अधिक बड़ी इंडस्टीज हैं। इनमें भी सबसे अधिक स्पोट्र्स गुडस का कारोबार होता है। खास बात यह है कि अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध सभी प्रमुख बैट इस इंडस्ट्रियल एरिया में बनाया जाता है। आईआईए भवन तक भी मोहकमपुर में है। बावजूद इसके यहां बेसिक सुविधाओं के नाम पर कई साल बाद अब सड़क बननी शुरू हुई है। गलियों की हालत खराब हालत यह है कि इंडस्ट्रियल एरिया के अंदर की हालत बहुत खराब है। बारिश का पानी यहां कई कई महीने तक नही निकलता है। उड़ती धूल और जगह जगह गंदगी के कारण उद्योगपतियों की परेशानी बढ़ रही है।

नालियां ओवर फ्लो, कचरा ऑन रोड

हालत यह है कि मोहकमपुर में आज तक मूलभूत सुविधाओं को अभाव हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इस पूरे एरिया में जल निकासी के लिए सीवरेज सिस्टम नगर निगम आज तक नहीं बना पाया है। सिर्फ नालियों पर यहां की इंडस्ट्रीज का जल निकासी का सिस्टम निर्भर है। जबकि बरसात में यह नालियां ओवर फ्लो हो जाती है और नालियों का पानी बड़े नाले में जाने के बजाए सड़कों पर ही भर जाता है। बरसात में कीचड़ से भर जाते हैं। इस दौरान इन सड़कों से गुजरना दूभर हो जाता है।

सड़क से लेकर पार्क तक जलभराव

हर साल जरा सी बारिश के दौरान मोहकमपुर की सड़कों पर पानी भर जाती हैं। इतना ही नहीं, कई इंडस्ट्रीज तक में अंदर तक पानी भर जाता है। तेज बारिश में हर साल खुद आईआईए भवन तक में पानी भरा रहता है। सीवर व नाले जाम होने के कारण यहां से पानी कई कई दिन तक नहीं निकल पाता है। वहीं, जब पानी उतरता है तो सड़कें कच्ची होने के कारण पूरी तरह कीचड़ से पट जाती हैं। हालांकि, अब मोहकमपुर की मेन रोड बनना तो शुरु हो गई, लेकिन यह कहां तक बनेगी यह कहना मुश्किल है। वहीं आईआईए द्वारा कई सालों से जल निकासी के लिए नालों को साफ करने की मांग की जा रही है, लेकिन नाले साफ न होने के कारण जल निकासी की व्यवस्था चौपट है। टैक्स के बाद भी लावारिस शहर के ये इंडस्ट्रियल इलाके नगर निगम सीमा में शामिल नही है। करीब 42 साल पहले इस औद्योगिक क्षेत्र का विकास किया गया था लेकिन आज तक नगर निगम ने स्वीकृति नहीं दी है। इसलिए यह क्षेत्र सभी मूलभूत सुविधाओं से महरूम भी है। नगर निगम द्वारा हाउस टैक्स से लेकर वाटर टैक्स तक वसूला जाता है।

समस्याएं- - जल भराव - सीवरेज ना होना - कूड़ा कलेक्शन ना होना - डस्टबिन तक की व्यवस्था नही - सड़कों की हालत खस्ता - सड़क में गड्ढे