- गलत सेक्स कोड भरने से मिल गया गलत सेंटर

- एग्जाम सेंटर्स पर पहुंच रहे हैं ऐसे कई सारे स्टूडेंट

केस 1- एसडी ब्वॉयज इंटर कॉलेज सदर में एग्जाम देने पहुंची पंकज का सेंटर, सेक्स कोड की गड़बड़ी के चलते गलत भर दिया गया। अब गलती से उसका सेंटर ब्वॉयज इंटर कॉलेज में डाल दिया गया है। जबकि वह लड़की है।

केस 2- इंटर क्लास के एश्वर्य शर्मा का सेंटर गलती से आर्य कन्या इंटर कॉलेज मवाना में आ गया है। जबकि वास्तव में तो वह लड़का है। सेक्स कोड गलत भरने के चक्कर में उसका सेंटर लड़कियों के सेंटर पड़ गया है।

Meerut सर मैं तो लड़का हूं मुझे लड़की क्यों बना दिया, सर मेरा नाम तो कुमारी नीरज है, जबकि एडमिट कार्ड पर कुमार लिख दिया है। बोर्ड एग्जाम में इन दिनों कुछ इसी तरह के केस सामने आ रहे हैं, जिनमें सेक्स कोड गलत भरने की लापरवाही के चक्कर में परीक्षार्थियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सेंटरों पर लगातार आ रहे ऐसे केस से केंद्र व्यवस्थापक भी काफी परेशान हो रहे हैं। हालांकि परीक्षार्थियों की परीक्षा तो करवाई जा रही है।

लगातार आ रहे हैं ऐसे केस

एग्जाम सेंटरों पर लगातार ऐसे केस आ रहे हैं, जिनमें सेक्स कोड भरने में गलती के चलते गलत सेंटर बना दिए गए हैं। पिछली दो दिन की हुई परीक्षाओं में ऐसे 200 से अधिक केस सेंटरों पर आ चुके हैं। खालसा इंटर कॉलेज की टीचर अनु ने बताया कि उनके सेंटर पर हिंदी का एग्जाम देने के लिए एक छात्र पहुंच गया था। जिसका सेक्स कोड गलत भरा गया था। एसडी ब्वॉयज इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल बीबी बंसल ने बताया कि उनके यहां गृहविज्ञान की परीक्षा में एक छात्रा पहुंच गई थी। उसका नाम पंकज था वो प्राइवेट है। अनुमान लगाया जा सकता है किसी गलतफहमी के चलते उसका कोड गलत भर दिया गया है। आर्य कन्या इंटर कॉलेज की सीनियर टीचर अवंतिका शर्मा ने बताया कि उनके सेंटर पर एक प्राइवेट लड़का एग्जाम देने पहुंच गया। उसके एडमिट कार्ड पर भी सेक्स कोड गलत था। ऐसे में उसका पेपर दिलवा दिया गया है और उससे लिखवा लिया गया है कि अगर रिजल्ट रुकता है उसकी जिम्मेदारी होगी।

वित्त विहीन सेंटर से ज्यादा शिकायतें

सूत्रों की माने तो ऐसी शिकायतें ज्यादातर ऐसे स्टूडेंट की आ रही है जिन्होंने वित्तविहीन सेंटरों से प्राइवेट भरा हैं। ऐसे में वित्तविहीन स्कूलों से प्राइवेट फॉर्म भरने वाले संबंधित शिक्षकों से कुछ परीक्षार्थियों का सेक्स कोड गलत भरे जाने के चक्कर में स्टूडेंट का सेंटर गलत हो गया है।

विभाग को दी जा रही है सूचना

सेंटरों पर पहुंचने वाले ऐसे परीक्षार्थियों को परीक्षा तो दिलवाई जा रही है, लेकिन सूत्र यह भी बता रहें कि ऐसे परीक्षार्थियों से एक लेटर भी लिखवाया। लेटर में यह लिखवाया जा रहा है कि अगर उनका रिजल्ट किसी कारणवंश रोक लिया जाता है तो उनकी ही जिम्मेदारी होगी। उधर केंद्र व्यवस्थापकों के अनुसार ऐसे परीक्षार्थियों का पेपर तो नहीं रोका जा सकता है। इसलिए इन परीक्षार्थियों के बारे में लिखित रूप से विभाग को रिपोर्ट तैयार कर दी जा रही है।

इस तरह के केस की रिपोर्ट तैयार करके बोर्ड मुख्यालय पर भेजी जा रही है। केंद्र व्यवस्थापकों को यह निर्देश दिया गया है कि ऐसे परीक्षार्थियों को परीक्षा करवा दी जाए।

श्रवण कुमार यादव, डीआईओएस