मेरठ (ब्यूरो)। बीते 20 सालों से एक सामान्य बाजार के रूप में विकसित कंकरखेड़ा बाजार अब फर्नीचर, गारमेंट, पेंट और स्वीट्स के लिए लोगों की पहली पसंद में शुमार होने लगा है। खासतौर से सरधना रोड पर फर्नीचर फील्ड में पायल फर्नीचर रेंज से भरा और बड़ा शोरूम है। साथ ही लकड़ी और प्लास्टिक के फर्नीचर में सत्यम फर्नीचर भी लोगों को लुभा रहा है। ऑनलाइन डिलीवरी के जरिए दोनों ही शोरूम दूर-दराज के ग्राहकों को भी अपना बना रहे हैैं। फेस्टिव सीजन हो या पितृ पक्ष यहां ऑफर्स की भरमार हमेशा रहती है।

फर्नीचर की भरपूर रेंज
कंकरखेड़ा के मेन बाजार में मोबाइल, होम फर्नीशिंग, किचन यूटिलिटी से लेकर गारमेंट्स की सभी प्रकार की रेंज उपलब्ध है। लेकिन यहां का फर्नीचर मार्केट अपनी एक अलग पहचान रखता है। फर्नीचर के लिए इस बाजार में कुछ शोरूम बेस्ट क्वालिटी के रूप में अपनी पहचान बना रहे हैैं। फर्नीचर के रेट में भी शहर के मुकाबले बड़ा अंतर और क्वालिटी ग्राहक कंकरखेड़ा पहुंचने के लिए मजबूर कर देती है।

एवरेज रेंज फर्नीचर
सोफा सेट- 10 हजार से लेकर 2 लाख तक
डबल बेड- 15 हजार से लेकर 80 हजार तक
सिक्स चेयर डाइनिंग टेबल- 12 हजार से लेकर 40 हजार
ड्रैसिंग टेबिल- 8 हजार से लेकर 50 हजार

आम आदमी के बजट में
वही कंकरखेड़ा बाजार की सबसे प्रमुख खासियत है यहां का गारमेंट कारोबार। इस बाजार में आम आदमी के बजट से लेकर मंहगे कपड़ों के शौकीन ग्राहकों के लिए सभी प्रकार के मार्डन व एथनिक वियर उपलब्ध है। ट्रेडिशनल और पार्टी वीयर के साथ ब्राइडल ग्रूम वियर की वैरायटियां भी इस बाजार में बड़ी खूबी है।

फैक्ट्स एक नजर में
कंकरखेड़ा बाजार 20 साल पुराना
फर्नीचर और गारमेंट्स
ज्वैलरी का प्रमुख बाजार

कंकरखेड़ा की फर्नीचर के नाम पर अपनी एक अलग पहचान है। ना सिर्फ मेरठ बल्कि जनपद से ग्राहक यहां आते हैं। पितृ पक्ष में भी ग्राहकों का रूझान खरीदारी के लिए कम नहीं हो रहा है।
नीरज मित्तल, अध्यक्ष, कंकरखेड़ा व्यापार संघ

फेस्टिव सीजन शुरू होने वाला है। मगर घरों को पेंट कराना लोगों ने पितृ पक्ष मेें शुरू करा दिया है। अब ट्रेंड बदल रहा है। ग्राहक भी कहते हैैं कि जब आप खुश रहेंगे तो पितृ भी खुश होंगे।
सतीश चौधरी, पेंट एंड केमिकल्स

मान्यताओं के अनुसार ग्राहक इन दिनों खरीदारी कम करता है। मगर बदलते समय के साथ मान्यताएं भी बदल रही हैं। स्वीट का कारोबार ऐसा है कि इस पर किसी का बस नहीं चलता।
राजेश खन्ना, दुर्गा स्वीट्स

पितृ पक्ष की मान्यताओं का असर बाजार पर धीरे-धीरे कम हो रहा है। ऐसा नहीं है कि लोग जमकर खरीददारी कर रहे हैं। लेकिन बाजार में आपको ग्राहकों की कमी नहीं दिखेगी।
अमित शर्मा, सरधना रोड व्यापार संघ

मैैं आपको पते की बात बताता हूं। पितृ पक्ष में पुराने लोग छोड़ दें तो और यंग जनरेशन की बात करें तो वह कपड़े, फर्नीचर और ज्वैलरी आदि खरीदने से पहले ज्यादा सोचते नहीं है। आईफोन की सबसे ज्यादा बिक्री पितृ पक्ष में ही हो रही है।
गौरव शर्मा, व्यापारी