मेरठ ब्यूरो। यूपी के सभी यूनिवर्सिटीज को शासन की ओर से नशामुक्ति अभियान के चलाने के लिए निर्देश दिए है। जिसके तहत सीसीएसयू व उससे संबंधित कॉलेजों में जहां नशा मुक्ति को लेकर जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे वहीं कॉलेजों व यूनिवर्सिटी परिसर में ड्रग्स अवेयरनेस क्लब की स्थापना भी की जाएगी। इस संबंध में सीसीएसयू में तैयारियां की जा रही है।

नशा रोकने की होगी पहल

बता दें कि प्रदेश सरकार ने नशे के खिलाफ सख्ती से निपटने का फैसला लिया है। इसी कड़ी में शासन की ओर से सभी राज्य यूनिवर्सिटीज व उससे संबंधित कॉलेजों को पत्र जारी कर नशा मुक्ति के लिए विशेष प्रयास करने को कहा है। इस संबंध में शासन की ओर से सीसीएसयू को लेटर भी आया है। शासन की ओर से यूनिवर्सिटी को जारी किए गए निर्देशों में कहा गया है कि कॉलेजों व कैम्पस परिसर में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने के लिए अपने स्तर पर नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की जाए। वीसी ने भी इसको लेकर सभी विभागों को पहले से ही स्टूडेंट्स को अलर्ट करने के लिए कहा है। इसके लिए जल्द ही वीसी मीटिंग कर नोडल भी बनाने की तैयारी में है, उन्होंने कॉलेजों को भी इस संबंध में जानकारी दी है। शासन ने कहा है कि यह कार्यक्रम करना जरुरी है,ताकि वह स्टूडेंट्स के एक समूह को मिशन ड्रग्स फ्र कैंपस जागरुकता को सोशल मीडिया प्लेटफार्म द्वारा फैलाने के लिए प्रेरित कर सकें। वहीं नशा मुक्त अभियान को आगे बढ़ाने के लिए होर्डिंग और बैनर्स भी यूनिवर्सिटी में लगाए जाएंगे और यूनिवर्सिटी व कॉलेजों में एनसीबी के सहयोग से सेमिनार भी आयोजित किए जाए। ताकि स्टूडेंट्स में इसके प्रति जागरुकता आ सकें।

दिए जाएंगे सर्टिफिकेट भी

कार्यक्रम में सहयोग करने वाले लोगों व छात्र-छात्राओं को यूनिवर्सिटी व कॉलेजों की ओर से प्रमाण पत्र भी प्रदान किए जाएंगे।वहीं नोडल अधिकारी सीसीएसयू परिसर के हॉस्टल और कॉलेजों का औचक निरीक्षण भी करेंगे और इसमें छात्र-छात्राओं को सदस्य भी बनाया जा सकता है। समय-समय पर नोडल अधिकारी बैठक कर अपनी कार्य योजना भी बनाएंगे। वीसी प्रो। संगीता शुक्ला ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार नशामुक्ति जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिससे युवाओं को इसकी रोकथाम के लिए प्रेरित किया जा सके।