-बीएचयू में साइबर लाइब्रेरी को 24 घंटे खोलने की मांग को लेकर अनशन कर रहे स्टूडेंट्स का वीसी लॉज पर विरोध स्वरूप फल पहुंचाना पड़ा भारी

-नौ स्टूडेंट्स सस्पेंड, वर्तमान व अगले साल के लिए सभी शैक्षणिक सुविधाओं से वंचित, हॉस्टल सुविधा भी छिनी

VARANASI

बीएचयू में साइबर लाइब्रेरी को ख्ब् घंटे खोलने की मांग को लेकर अनशन कर रहे स्टूडेंट्स ने सोमवार को वीसी लॉज पर विरोध स्वरूप फल पहुंचाना भारी पड़ा। शाम को वीसी ने उन्हें रिटर्न गिफ्ट में सस्पेंशन का नोटिस थमा दिया। जी हां, बीएचयू की नियमावली की अनदेखी करने व अनुशासनहीनता के आरोप में अनशन कर रहे नौ स्टूडेंट्स को सभी शैक्षणिक सुविधाओं से वंचित कर निलंबित कर दिया गया है। इनकी हॉस्टिल की सुविधा भी छीन ली गई है। जो स्टूडेंट्स सस्पेंड किए गए हैं, उनमें से आठ बीएचयू के हैं जबकि एक डीएवी पीजी कॉलेज का है। डीएवी पीजी कॉलेज के प्रिंसिपल से इस स्टूडेंट के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया है। सस्पेंड होने वाले स्टूडेंट्स में पॉलिटिकल साइंस डिपार्टमेंट में रिसर्च स्कॉलर विकास सिंह, प्रियेश पाण्डेय बीए सेकेंड इयर, अनुपम कुमार बीए ऑनर्स सेकेंड इयर, दीपक सिंह बीए सेकेंड इयर, शान्तनु सिंह गौर बीए सेकेंड इयर, रोशन पाण्डेय बीए सेकेंड इयर, गौरव पुरोहित बीए सेकेंड इयर, आकाश पाण्डेय बीए सेकेंड इयर के अलावा अविनाश ओझा बीए सेकेंड इयर डीएवी कॉलेज का नाम शामिल है।

सबेरे ही पहुंचाया था फल

बता दें कि बीएचयू में साइबर लाइब्रेरी को ख्ब् घंटे खोलने व अन्य मांगों को लेकर बीएचयू के कुछ स्टूडेंट्स पिछले छह दिनों से अनशन कर रहे थे। सोमवार को एडमिनिस्ट्रेशन के रवैये के खिलाफ अनशनरत स्टूडेंट्स अपनी मांगों को मनवाने के लिए वीसी लॉज पर फल की टोकरी लेकर पहुंच गये। वहां सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें वीसी तक पहुंचने से रोक दिया। अनशन कर रहे स्टूडेंट्स का कहना था कि वे जायज मांगों को लेकर अनशन कर रहे थे जिस पर वीसी ने उन्हें नोटिस दी है। इसमें उनको खासी मेहनत करनी पड़ी होगी। इस कड़ी धूप में यह फल और इलेक्ट्रॉल उन्हें और भी ऊर्जा प्रदान करेगा।

कमेटी ने मांगों का कहा अनुचित

इधर बीएचयू एडमिनिस्ट्रेशन का कहना है कि स्टूडेंट्स को बार बार चेतावनी देने के बाद उन पर कार्रवाई की गई है। एडमिनिस्ट्रेशन का कहना है कि उनकी मांगों पर विचार करने के लिए एक समिति का गठन किया गया था। अनशनरत स्टूडेंट्स से अनुरोध किया गया था कि इस विषय में अपने प्रस्तावों एवं सुझावों को समिति के सामने रखें और अनशन समाप्त करें। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में स्टूडेंट्स की मांगों को नियमों के अनुकूल पाया और उसे अनुचित करार दिया। इसके बावजूद स्टूडेंट्स अपनी मांग पर अड़े रहे जो असंवैधानिक और अनुचित है। जिसके बाद इन स्टूडेंट्स के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है।

एक ने मांग ली माफी

वहीं अनशनरत में से एक छात्र अमरदीप सिंह बीए सेकेंड इयर ने वीसी प्रो। गिरीश चंद्र त्रिपाठी को पत्र लिखकर माफी मांग ली। इसने अनशन से खुद को अलग कर लिया। स्टूडेंट अमरदीप ने भविष्य में कभी भी इस तरह का कृत्य न करने को कहा। इस पर वीसी ने माफीनामे पर विचार करते हुए उसे माफ कर दिया। उसको निलंबित नहीं किया गया।