-रोहनिया पुलिस के हत्थे चढ़े पांच शातिर बदमाश, लूट, स्नेचिंग की दर्जनों वारदातों में हैं शामिल

-पास से मिले कई वेपंस, आपस में कोड में बात कर वारदात को देते थे अंजाम

VARANASI

रोहनिया पुलिस ने रविवार को पांच ऐसे शातिर बदमाशों को पकड़ा है जो पूरे जिले में लूट, छिनैती और बाइक चोरी की दर्जनों वारदातों में शामिल रहे हैं। गिरफ्तार बदमाश हाईटेक हैं और स्मार्ट फोन से लगायत टैबलेट का यूज करते थे। पुलिस के मुताबिक ये चोरी और छिनैती की घटनाओं को अंजाम देने के लिए आपस में कोड में बात कर वारदातों को अंजाम देते थे और निकल भागते थे। इन सभी पर जिले के कई थानों में दर्जन भर मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने इनके पास से एक पिस्टल, रिवाल्वर, दो तमंचों के अलावा चोरी और लूट की पांच बाइक्स को भी बरामद किया है।

ताकि भीड़ में हो आसानी

पुलिस ने बताया कि अपराध के लिए इस गिरोह ने अपना कोड बना लिया था। इसके पीछे मकसद था भीड़ भाड़ वाले इलाकों में आपस में कोड में बात कर वारदात को अंजाम देना। पुलिस ने बताया कि सूचना पर पुलिस ने जगतपुर के पास इन लोगों को घेरा तो भागते वक्त इनमें से एक ने पुलिस पर फायर झोंक दिया और भागने लगे। जिसके बाद पुलिस ने फीछा कर इन्हें पकड़ जिया। इस हाईटेक चोर गिरोह का सरगना शेरे पंजाब उर्फ विनोद नट निवासी मंडुवाडीह है। पुलिस ने इसके साथ इसके साथी अजय पाठक निवासी जौनपुर, अरविन्द यादव व प्रिंस कुमार कन्नौजिया निवासी मंडुवाडीह व दशाश्वमेध घाट निवासी राशिद अली को अरेस्ट किया है।

पांच कोड थे इनके

पुलिस के मुताबिक इन लोगों ने वारदात को अंजाम देने के लिए आपस में कोड बना रखे थे। पहला कोड 'बटन' था। जिसका मतलब कारतूस था। दूसरा 'प्लाटिंग' जिसका मतलब घटना की योजना बनाना। वहीं थर्ड कोड 'प्लाटिंग कहां करनी है'? यानी घटना का क्षेत्र कहां होगा ये डिसाइड करना था। जबकि फोर्थ कोड 'रजिस्ट्री करानी है'। जिसका मतलब घटना को अंजाम देना है। इसके अलावा पांचवां कोड पैंट था। जिसका अर्थ पिस्टल या तमंचा। रोहनिया थाने पर सीओ सदर रामसेवक यादव ने बताया कि गिरफ्तार सभी बदमाशों पर कई मुकदमें दर्ज हैं। इनमें अजय पाठक पर भदोही समेत बनारस के कई थानों में केस दर्ज हैं। शेरे पंजाब उर्फ नट पर भी भदोही और बनारस के कई थानों में नौ मुकदमें हैं। अरविंद पर भी छह और प्रिंस कुमार पर छह व राशिद अली पर भी दो मुकदमे दर्ज हैं।