सीएम योगी का काफिला मंगलवार दोपहर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर से निकल रहा था, इसी बीच एडीसीपी ट्रैफिक विकास कुमार को सूचना मिली कि बेनिया तिराहे पर एंबुलेंस रुकी हुई है। उन्होंने तत्काल ट्रैफिक में लगे पुलिसकर्मियों को एंबुलेंस निकलवाने का निर्देश दिया। इधर, योजना बन ही रही थी कि महज दो मिनट के अंदर मौके पर एडीसीपी ट्रैफिक पहुंच गए और जिस रास्ते को सीएम के जाने के लिए रोका गया था, उसी मार्ग पर एंबुलेंस को छोड़ा गया। यह देख वहां मौजूद हर किसी के दिल में पुलिस के प्रति सम्मान का भाव आ गया।

पुलिस कमिश्नर ए। सतीश गणेश की कमिश्नरेट पुलिस ने मंगलवार को वह चेहरा दिखाया जो शायद यूपी में पहली बार देखने को मिला। दरअसर, मुख्यमंत्री के काफिले के दौरान ही एक एम्बुलेंस रास्ते में आ गई जिसमें मरीज था। ऐसे में ट्रैफिक पुलिस ने उनकी फ्लीट से पहले किसी की जान को महत्व दिया।

ली सबक

हाल की में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने गृह जनपद आए हुए थे। उनके काफिले के दौरान ही एक एंबुलेंस फंसी रही, जिसके चलते मरीज ने दम तोड़ दिया था। लेकिन वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने जो कार्य मंगलवार को किया उसकी सराहना हर तरफ सुनाई देती नजर आई।

:: मिनट टू मिनट :::

समय- 2:15 बजे

- एडीसीपी विकास कुमार को सूचना मिलती है कि बेनिया तिराहे पर एंबुलेंस जाम में फंसी हुई है।

समय- 2:18 बजे

- मौके पर एडीसीपी पहुंचते हैं।

समय- 2:20 बजे

एंबुलेंस के आगे खड़े सभी वाहनों को हटवाते हुए रमापुरा वाले मार्ग पर रवाना किया जाता है।

समय -2:22 बजे

सीएम का काफिला बेनिया तिराहे से गुजरता है।

:: कोट :::

मंगलवार की दोपहर एंबुलेंस फंसे होने होने की जानकारी मिली। पहले किसी की जान को प्राथमिकता दी गई। ट्रैफिक कंट्रोल हमारी पहली प्राथमिकता है।

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