-एम्स की MBBS परीक्षा में आकाश इंस्टीट्यूट के टॉपर्स ने खोला सफलता का राज

-आर्यन को यूपी में फ‌र्स्ट व देश में 11वीं रैंक, अमन तिलक को 33वीं रैंक

VARANASI

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)-ख्0क्7 में क्क् वीं रैंक हासिल करने वाले आर्यन राज सिंह ने बताया कि यदि ईमानदारी से कठिन परिश्रम किया जाए तो फिर पहाड़ जैसी मुश्किलें भी आसान हो जाती हैं। इसी का परिणाम है कि एमबीबीएस के एंट्रेंस एग्जाम में पहला स्थान हासिल हुआ है। इसके लिए कोचिंग के अलावा घर में डेली भ् से म् घंटे की पढ़ाई भी शमिल थी। शनिवार को डीजे आई नेक्स्ट टीम से बातचीत करते हुए आर्यन ने बताया कि पढ़ाई में आकाश कोचिंग के टीचर्स ने जितनी मदद की वह ताउम्र भूलने वाला नहीं है। विवेकानंद पुरम कॉलोनी निवासी आर्यन राज के पिता डॉ। संजय कुमार बीएचयू में डिप्टी रजिस्ट्रार पोस्ट पर है। वहीं मां सुनीता सिंह बीएचयू मेंीएसएसडी इंचार्ज हैं।

ईमानदारी से करें मेहनत

एम्स के एंट्रेंस एग्जाम में फ्फ्वीं रैंक हासिल करने वाले आकाश इस्टीट्यूट के अमन तिलक बताते हैं कि आप जो भी काम कर रहे हैं उसमें बस ईमानदारी, लगन का ध्यान रखें। मैं पढ़ाई करता था बस मेरे जेहन में पढ़ाई ही थी, एग्जाम से पहले सोशल मीडिया से काफी दूरी थी। यदि व्हाट्सऐप्प भी चलाता था तो टीचर्स से क्वेश्चन पर चर्चा करता था। बीएचयू हैदराबाद कॉलोनी के अमन के पिता डॉ। विजय तिलक व मां डॉ। रागिनी तिलक आईएमएस बीएचयू के माइक्रोबॉयलॉजी डिपार्टमेंट में कार्यरत हैं। आकाश कोचिंग के डायरेक्टर विष्णु देव ने आर्यन व अमन के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।