वाराणसी (ब्यूरो)खोजवां एरिया में सीवर के पानी से डायरिया, हैजा और कालरा फैलने पर आक्रोशित स्थानीय लोगों ने भाजपा पार्षद पति अशोक सेठ को रस्सियों में बांधकर दो घंटे तक बंधक बनाए रखाहस्तक्षेप पर जल निगम के जेई केके वर्मा को भी पब्लिक ने नहीं छोड़ा और उन्हें भी रस्सियों से बांध दियायही नहीं पब्लिक ने ट्रैफिक को रोककर जमकर हंगामा काटाउन्होंने कहा कि जब तक समस्याओं को दूर नहीं किया जाएगा, तब तक पार्षद और जेई को नहीं छोड़ा जाएगाजाम बढ़ता देख खोजवां पुलिस चौकी प्रभारी ने आम जनता को समझा-बुझाकर पार्षद पति और जेई को छुड़वाया.

खोजवां में घुटने तक सीवर का पानी

खोजवां क्षेत्र में पिछले तीन साल से सीवर की समस्या हैपिछले दस दिनों से समस्या विकराल रूप ले चुकी हैघुटनेभर पानी में आम पब्लिक को आना-जाना पड़ रहा हैदुर्गंध से जीना दूभर हैइसके चलते आधा दर्जन से अधिक परिवार के बच्चे डायरिया के शिकार हो गएइससे आक्रोशित जनता रविवार सुबह 9 बजे पार्षद गीता अशोक सेठ के घर पहुंचीजहां सीवर का पानी भरा था, वहां पर कुर्सी पर पार्षद पति को बैठा दिया और रस्सियों से बांध दिया

विभागों की खींचतान

पार्षद पति अशोक सेठ ने कहा, इसकी जानकारी जलकल, जल निगम और प्रदूषण विभाग के अधिकारियों को है, लेकिन आपसी खींचतान के चलते किसी ने भी खोजवां की समस्याओं को दूर नहीं कियानजीता यह रहा कि आज मुझे बंधक बना लिया गया.

कंप्लेन का असर नहीं

खोजवां में पिछले दस दिनों से सीवर का गंदा पानी सड़क पर बह रहा हैमेनहोल का ढक्कन खुला हैस्थानीय लोगों ने ऑनलाइन और ऑफलाइन कई बार नगर निगम, जल निगम के अधिकारियों से कंप्लेन कीमामले का निस्तारण न होने पर आक्रोशित क्षेत्रीय जनता खोजवां पार्षद गीता सेठ के घर पर पहुंचीगीता सेठ ने कहा, जल निगम उनकी बात नहीं सुन रहा हैऐसे में लोगों का गुस्सा भड़क गया.

विरोध में नारेबाजी

क्षेत्रीय जनता ने जल निगम मुर्दाबाद और हाय-हाय के नारे लगाएइस दौरान ट्रैफिक रोक दी गईसड़क के दोनों तरफ जाम लग गयाकरीब दो घंटे चले हाईवोल्टेज हंगामे के दौरान लोगों ने कहा, गंदा पानी पीने से क्षेत्र के आधा दर्जन बच्चों को डायरिया हो गया है.

विभाग एक-दूसरे पर टाल रहे

स्थानीय नागरिक सुनील कुमार गुप्ता ने बताया, सीवर समस्या की शिकायत ऑनलाइन पोर्टल पर भी दर्ज करवाई गई हैइसके अलावा विभागों में भी शिकायतें की गईंजवाब में कहा गया कि जब जल निगम के अफसर आएंगे तो काम होगावहीं जल निगम, नगर निगम का काम बताकर पल्ला झाड़ रहा हैनगर निगम के अफसर आते हैं तो गंगा प्रदूषण की बात कहकर चले जाते हैंगंगा प्रदूषण फंड न होने की बात कहता है

गंदा पानी पीने से आधा दर्जन बच्चे बीमार हो गए हंैअभी गर्मी की शुरुआत में यह हाल है तो आगे क्या होगा.

सोनू, स्थानीय निवासी

सीवर के पानी की समस्या कुसुम सिनेमा टाकीज के ठीक सामने गली में भी हैपिछले तीन साल से इस समस्या से लोग परेशान हैैं.

विजय कुमार, स्थानीय निवासी

खोजवां क्षेत्र बहुत गंदा हो गया हैदुर्गंध के बीच रहना मुश्किल हो गया हैऐसे में क्षेत्र कैसे स्वच्छ और क्लीन होगा.

आनंद कुमार, स्थानीय निवासी

जल संस्थान, जल निगम, प्रदूषण विभाग के अलावा सभी विधायक और मंत्री को इस क्षेत्र की समस्याओं के बारे में जानकारी है, लेकिन अब तक कोई हल नहीं निकला.

अशोक सेठ, पार्षद पति

खोजवांं की समस्या की जानकारी होने पर संबंधित अधिकारी को निस्तारण के लिए निर्देश दिया गया हैएक-दो दिन में समस्या का समाधान हो जाएगा.

ओपी सिंह, सचिव, जलकल