- काशी विद्यापीठ के छात्रों के साथ मारपीट, तोड़-फोड़ और धमकाने का मामला

काशी विद्यापीठ के छात्रों के साथ मारपीट, तोड़-फोड़ और धमकाने के मामले में अदालत ने पूर्व महामंत्री अनिल यादव को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। अनिल यादव ने शुक्रवार को प्रभारी विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सर्वोत्तमा नगेश शर्मा की अदालत में आत्मसमर्पण किया था और जमानत के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया था। अदालत ने अपराध की गंभीरता को देखते हुए उसकी जमानत अर्जी निरस्त कर दी और उसे जेल भेज दिया।

आरोप था कि 31 जनवरी 2019 को नरेंद्र देव छात्रावास में छात्र सौरभ कुमार सिंह, अभिषेक कुमार राय व पीयूष कुमार मेस में खाना खा रहे थे। इसी दौरान पूर्व महामंत्री अनिल यादव अपने साथियों राहुल सोनकर, आशीष यादव, आदित्य यादव और 40-50 युवकों के साथ पहुंचा। इन छात्रों ने सौरभ और उसके दोनों दोस्तों के साथ मारपीट और तोड़फोड़ की। अनिल यादव और आशीष यादव ने पिस्टल की मुठिया से सौरभ को घायल कर दिया। सौरभ ने उसी दिन सिगरा थाने में अनिल यादव और साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने विवेचना पूरी कर अनिल यादव, राहुल, अजीत व आदित्य के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं में 30 जुलाई 2019 को अदालत में आरोपपत्र दाखिल कर दिया।