वाराणसी (ब्यूरो)वीआईपी शहर में शामिल वाराणसी में अब स्मार्ट पुलिसिंग व्यवस्था पर काम शुरू हो गया हैहार्डकोर अपराध के साथ साइबर क्राइम जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए अब ग्रामीण पुलिस को आधुनिक बनाने की तैयारी चल रही हैसावन महीने में ग्रामीण पुलिस बाबतपुर स्थित अपने तीन मंजिला नये भवन में शिफ्ट हो जाएगीयहां पर ग्रामीण क्षेत्र में मौजूद हर चुनौतियों से निपटने की सारी व्यवस्थाएं होंगीपुलिस फोर्स के अंदर एक स्पेशलाइज्ड यूनिट तैयार की जाएगी, जोकि बेहद मॉडर्न हथियारों, कम्युनिकेशन सिस्टम और सर्विलांस गैजेट से लैस होगीवहीं बेहतर जांच के लिए पुलिस के जांच अधिकारियों को मॉडर्न इन्वेस्टिगेशन के टूल्स और तकनीक को सिखाया जाएगा.

खड़ी हो गई थी चुनौतियां

वाराणसी में कमिश्नरेट व्यवस्था लागू होने के बाद ग्रामीण पुलिस के सामने तमाम चुनौतियां खड़ी हो गईंइसमें प्रमुख पुलिस मुख्यालय है, जो वर्तमान समय में हरहुआ स्थित कृषक इंटर कालेज में संचालित हैआने वाली चुनौतियों को देखते हुए नवागत एसपी ग्रामीण ने सबसे पहले इसी पर काम शुरू किया हैहरहुआ से करीब आठ किमी आगे बाबतपुर में तीन मंजिला भवन किराये पर लिया गया है, जिसे ग्रामीण क्षेत्र में मौजूद चुनौतियों को देखते हुए तैयार किया जा रहा हैउम्मीद है कि सावन महीने में ग्रामीण पुलिस अपने नये भवन में शिफ्ट हो जाएगी.

तलाश की जाएगी जमीन

कमिश्नरेट व्यवस्था लागू होने के बाद ग्रामीण पुलिस में शामिल थाने भी अलग हो गएबेहतर पुलिसिंग में मुख्यालय के साथ पुलिस लाइंस की भूमिका महत्वपूर्ण होती हैएसपी ग्रामीण के अनुसार नये मुख्यालय में शिफ्ट होने के बाद पुलिस लाइन के लिए जमीन तलाश की जाएगी, जिसकी दूरी मुख्यालय से मात्र तीन या चार किमी होपुलिस लाइन के लिए करीब 22 एकड़ जमीन चाहिए, जिसमें टाइप-1-2 आवास, पुरुष पुलिसकर्मियों की बैरक, महिला बैरक, मेस, आफिस कॉम्प्लेक्स आदि सुविधाएं होंगी.

संवाद से भूमि विवाद पर कंट्रोल

ग्रामीण पुलिस के सामने अपराध की तरह भूमि विवाद भी बड़ी चुनौती हैलगभग सभी थाना क्षेत्रों में ज्यादातर भूमि विवाद के ही मामले सामने आ रहे हैंजनता से संवाद कर भूमि विवादों का निस्तारण कराया जाएगाइसके अलावा थाना प्रभारियों व सीओ के साथ बैठक कर भूमि विवाद पर विशेष काम किया जाएगा.

ये भी करेंगी ग्रामीण पुलिस

-शहर की ग्रामीण इलाकों में मिशन शक्ति अभियान चलाया जाएगा

-महिला अपराध पर प्रभावी अंकुशल लगाना प्राथमिकता होगी.

-साइबर ठगी व क्राइम को लेकर भी जागरूकता अभियान चलाया जाएगा

-आपरेशन पाताल के बाद अब जिले व थानों के टॉप-10 अपराधियों पर शिकंजा कसा जाएगा.

-शासन की मंशा अनुसार 100 दिवस की कार्ययोजना पर काम किया जाएगा.

-जनसुनवाई में शिकायतों का तत्काल निस्तारण कराया जाएगा.

ग्रामीण पुलिस के सामने चुनौतियां खूब हैं, बावजूद इसके अपराध पर अंकुश लगाने में कोई कोर कसर नहीं रहेगानये भवन में शिफ्ट होने के बाद पुलिस व्यवस्था और बेहतर रूप से संचालित होगीअपने बेहतर कामकाज व सख्त पुलिसिंग व्यवस्था से वाराणसी ग्रामीण पुलिस प्रदेश के लिए माडल बनेगी.

सूर्यकांत त्रिपाठी, एसपी, ग्रामीण