-सिटी के बैंकों में कैश निकालने पहुंचे बुजुर्गो को नहीं मिला सुविधा का लाभ

-कहीं कैश खत्म तो कहीं लंबी थी लंबी लाइन

-करेंसी की कमी से परेशान दिखे बैंकर्स व सीनियर सिटीजंस

VARANASI

Scene-1

इलाहाबाद बैंक डाफी ब्रांच पर शनिवार को पेंशनर्स की फौज पहुंची लेकिन बैंक मैनेजर का कहना था कि करेंसी चेस्ट से हमें कैश ही नहीं मिला तो कैसे कैश बांटे? बैंक कर्मियों व पेंशनर्स में काफी नोंकझोक हुई, बात डीएम तक पहुंची। इसके बावजूद पेंशनर्स को कैश नहीं मिला।

Scene-2

इलाहाबाद बैंक काशी विद्यापीठ ब्रांच में भी कैश के लिए सीनियर सिटीजंस को हलकान होना पड़ा। सुबह-सुबह ही ब्रांच पर सीनियर सिटीजंस की लाइन लग गई थी। करेंसी चेस्ट से देर से कैश पहुंचा भी तो दोपहर में ही खत्म हो गया। इसे लेकर बैंककर्मियों से सीनियर सिटीजंस की काफी तकरार भी हुई।

Scene-3

कचहरी के मेन एसबीआई ब्रांच पर सीनियर सिटीजंस की कतारें लंबी थीं। मेल व फीमेल सीनियर सिटीजंस को कैश डिपॉजिट व कैश एक्सचेंज कराने में थोड़ा वक्त जरूर लगा लेकिन राहत की बात यह रही कि कोई बैरंग घर नहीं लौटा। यहां सीनियर सिटीजंस के सबसे अधिक एकाउंट्स हैं।

Scene-4

सिगरा स्थित इंडसंड बैंक पर सीनियर सिटीजंस सुबह-सुबह ही कैश डिपॉजिट कराने पहुंच गये थे। लेकिन बैंक में टाइम पर सर्कुलर नहीं आने के कारण थोड़ी दिक्कतें भी हुई। राहत यह रही कि बुजुर्गो की कतार छोटी रही। इस वजह से कैश डिपॉजिट व नोट एक्सचेंज आसानी से हुआ।

Scene-5

चितईपुर में दि ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स ब्रांच में बुजुर्गो को बहुत राहत रही। यहां डीएलडब्ल्यू के पेंशनर्स की फौज पहुंची थी लेकिन फिर भी दोपहर एक बजे तक बैंक सीनियर सिटीजंस से खाली हो गया। हालांकि एकाउंट होल्डर्स की आवाजाही शाम तक रही।

घर से निकले खुशी-खुशी पर। घर लौटे बुझे मन

ये सीन यह बताने के लिए काफी हैं कि शनिवार को सीनियर सिटीजंस का दिन बहुत अच्छा नहीं गया। टीवी व न्यूज पेपर्स में न्यूज पढ़कर सुबह-सुबह बैंक पहुंचे बुजुर्गो को खाली हाथ ही घर लौटना पड़ा। कहीं बैंकों में कैश नहीं पहुंचा था तो कहीं बैंकों में सीनियर सिटीजंस की संख्या दहाई में ही रही। डाफी इलाहाबाद ब्रांच और काशी विद्यापीठ ब्रांच इलाहाबाद बैंक, गोदौलिया के कर्नाटका बैंक में तो कैश ही नहीं पहुंचा था। इसके पीछे आरबीआई की ओर से बैंकों को सर्कुलर देर से मिलना बताया गया।

डिस्ट्रिक्ट के सभी ब्रांच में सीनियर सिटीजंस को राहत मिला। कहीं से कोई ऐसी कम्पलेन नहीं मिली कि कैश नहीं पहुंचा है। ब्रांचेज में बुर्जुगों को तत्काल सुविधाएं दी गई।

जोगेंद्र सिंह

डीजीएम, यूनियन बैंक

सीनियर सिटीजंस को सुविधाएं दी गई। सिटी में बॉब के नौ मिनी लॉबी हैं। इसमें कस्टमर्स पांच सौ व एक हजार के नोट जमा करा सकते हैं। सीनियर सिटीजंस भी इसका लाभ उठा सकते हैं। संडे के दिन भी इसका यूज कर सकते हैं।

एसबी प्रसाद, डीजीएम,

बैंक ऑफ बड़ौदा

इलाहाबाद बैंक के डाफी ब्रांच में कैश नहीं था। डीएम को अवगत कराया गया, बावजूद पूरे दिन ब्रांच से कैश नहीं मिला। सरकार सीनियर सिटीजंस के बारे में सोच तो रही है लेकिन सुविधाएं मुहैया नहीं करा पा रही है।

जमुना पांडेय, अध्यक्ष

जनरल इंश्योरेंस पेंशनर्स एसोसिएशन