VARANASI

श्री हरि सेवा समिति की ओर से त्रिदेव मंदिर में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के छठें दिन गुरूवार को भगवान श्रीकृष्ण एवं रूक्मणि विवाह का प्रसंग प्रस्तुत हुआ। उत्सव के इस माहौल में आधे कथाप्रेमी बाराती तो आधे घराती बन गये और प्रभु के विवाह में स्वयं को शामिल कर धन्य हुए। इस अवसर पर श्रीकृष्ण और देवी रूक्मणि सजीव झांकी देख हर कोई निहाल हुआ। कथा में भागवत मम‌र्ज्ञ डॉ संजय कृष्ण सलिल महाराज ने रासलीला का वर्णन करते हुए कहा कि यह लीला कामलीला नहीं है बल्कि यह तो काम की लीला है। जिसके माध्यम से प्रभु ने कामदेव को परास्त कर उसका दंभ तोड़ा था। व्यास पीठ का पूजन विकास भावसिंहका ने सपत्‍‌नीक किया। कथा में मुख्य से विश्वनाथ भावसिंहका, राजेन्द्र गोयल, अजय विज, भरत सराफ, अनूप सराफ, गोविन्द केजरीवाल, अनिल भावसिंहका, दिलीप बजाज, सुरेश तुलस्यान, श्री नारायण खेमका, संजय छावछरिया, अजय खेमका आदि उपस्थित थे।