-जेएनयू प्रकरण को लेकर बीएचयू सिंहद्वार पर आइसा और एबीवीपी के कार्यकर्ता हुए आमने-सामने

-पीएम का पुतला फूंकने की कोशिश, पुलिस ने छीना, दोनों ओर से 36 लिए गए हिरासत में

VARANASI

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ख्ख् फरवरी को बीएचयू और संत रविदास मंदिर में आने से पहले जेएनयू मामले की आंच से गुरुवार को बीएचयू का माहौल अचानक गर्म हो उठा। इस बिगड़े माहौल की तपिश कैंपस के अंदर और बाहर दोनों जगह महसूस की गई। जेएनयू प्रकरण में चल रही कार्रवाई का विरोध करने उतरे आइसा के कार्यकर्ताओं के सामने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता आ गए। दोनों ओर से एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने के साथ ही हाथापाई तक की नौबत आ गई। इस बीच कांग्रेस की ओर से भी सिंहद्वार पर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आइसा व सहयोगी दलों समेत कांग्रेस के कुल फ्म् कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। बाद में उन्हें निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया।

अचानक बिगड़ा माहौल

दोपहर करीब क्ख् बजे आइसा के कार्यकर्ता प्रधानमंत्री का पुतला लेकर बीएचयू के सिंहद्वार पर प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान पीएम विरोधी नारेबाजी भी की गई। जेएनयू मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई को नाजायज बताते हुए आइसा कार्यकर्ता काफी आक्रोशित नजर आये। प्रधानमंत्री का पुतला फूंका जाता, उससे पहले ही पुलिस ने उनसे पुतला छीन लिया और आइसा व सहयोगी दलों समेत कांग्रेस के कुल फ्म् लोगों को हिरासत में ले लिया। जिन्हें शाम में पुलिस लाइन से भ्0-भ्0 हजार के निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया। इससे पहले पुलिस लाइन में रखे गए कांग्रेसियों को छुड़ाने की मांग को लेकर जिलाध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा, अनिल श्रीवास्तव, शैलेन्द्र सिंह, संजय चौबे समेत दर्जनों कांग्रेसी पहुंचे थे।

तिरंगा लेकर निकले

आइसा के खिलाफ एबीवीपी के कार्यकर्ता भी सड़क पर उतर आए। पीएम के विरोध में लग रहे नारों के खिलाफ हाथों में तिरंगा लेकर एबीवीपी से जुड़े छात्र कैंपस में ही जुलूस निकालने लगे। मार्च निकालते हुए इन छात्रों का जत्था परिसर से लंका के लिए निकलने वाला था तभी पुलिस ने घेरेबंदी कर उन्हें बाहर आने से रोक दिया। कुछ देर के लिए सिंहद्वार को बंद कर एबीवीपी से जुड़े छात्रों ने प्रदर्शन किया और जेएनयू मामले को लेकर चल रही कार्रवाई को जायज ठहराते हुए केंद्र सरकार के समर्थन में नारेबाजी की। वहीं साइंस फैकल्टी के स्टूडेंट्स ने भी राष्ट्रवादी नारे लगाये।

हंगामे के बाद पुलिस के उड़े होश

ख्ख् फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यहां दीक्षांत समारोह में शामिल होना है। उनका हेलीकाप्टर बीएचयू में ही उतरेगा और वहीं से वह सीरगोवर्धन संत रविदास जयंती महोत्सव में शामिल होने जाएंगे। काशी में पीएम को सबसे ज्याद क् घंटा ब्0 मिनट बीएचयू में ही रहना है। ऐसे में जेएनयू मसले को लेकर बीएचयू का माहौल अचानक गर्म होने से सुरक्षाकर्मियों, से लेकर जिला प्रशासन व बीएचयू एडमिनिस्ट्रेशन के माथे पर बल आ गया है। आइसा की ओर से प्रधानमंत्री को काला झंडा दिखाने की तैयारियों के खुफिया इनपुट मिलने के बाद पुलिस और भी ज्यादा परेशान है।