-मीडिया से रूबरू हुए वीसी, डॉक्टर्स को भी पढ़ाया जाएगा जीवन के मूल्य का पाठ

VARANASI

पर्यावरण एवं पूरे देश में जलवायु परिवर्तन की समस्या को लेकर काशी ¨हदू विश्वविद्यालय में क्लाइमेट चेंज सेंटर बनेगा। योजना की फंडिंग पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से किया जाएगा। यह जानकारी वीसी प्रो। गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने गुरुवार को सेंट्रल ऑफिस के समिति कक्ष आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया को दिया। उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स को भी जीवन के मूल्य का पाठ पढ़ाया जाएगा। इसके तहत मालवीय अनुशीलन केंद्र में कई डिपार्टमेंट्स के स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग दिया जा रहा है।

महामना का विग्रह है बीएचयू

वीसी प्रो। त्रिपाठी ने बीएचयू को महामना का विग्रह बताते हुए कहा कि यह गर्व की बात है कि हम सभी शताब्दी वर्ष का साक्षी बन रहे हैं। कहा कि आज एजुकेशन सिर्फ साम‌र्थ्यवान के लिए हो गई है। हालांकि बीएचयू में सभी लोगों के लिए एक समान शिक्षा प्रदान की जा रही है, जो मालवीय जी की दूर दृष्टि का रिजल्ट है। शायद ही ऐसा कोई यूनिवर्सिटी है जो चंदे से बना है। महामना ने सरकारी सहायता भी नहीं ली थी। उन्होंने नकारात्मकता को कभी आधार नहीं बनाया।

अष्टमी का चंद्रमा है कैंपस

वीसी प्रो। त्रिपाठी ने कहा कि बीएचयू कैंपस अष्टमी के चंद्रमा के आकार का जैसा है। यह मालवीय जी की सोच थी। कारण कि अष्टमी की रात को चंद्रमा का एक ही आकार होता है, चाहे कृष्ण पक्ष हो या शुक्ल पक्ष। बताया कि मालवीय से हमेशा ही शिक्षा का स्वरूप बदलना चाहते थे।

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शताब्दी वर्ष :

हेल्थ कैंप में म्000 ने कराया टेस्ट

-बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान में लगाए गए म्क् स्टाल

चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू में गुरुवार को हेल्थ कैंप का शुभारंभ वीसी प्रो। जीसी त्रिपाठी ने फीता काटकर किया। इसमें करीब म्क् स्टाल लगाए गए थे जहां सीनियर डॉक्टर्स ने जूनियर डॉक्टर्स के साथ पेशेंट्स का ट्रीटमेंट किया। कई डिपार्टमेंट ने पोस्टर लगा व हैंडबिल बांटकर लोगों को अवेयर किया। इसमें म्000 लोगों के हेल्थ का चेकअप हुआ। यूनिवर्सिटी के शताब्दी वर्ष समारोह के तहत गुरुवार को करीब क्भ्00 लोगों का नेत्र परीक्षण किया गया।

दो हजार ने कराया टेस्ट

वहीं दो हजार लोगों ने ब्लड शुगर, हीमोग्लोबिन व अन्य जांच कराई। इसमें इंडोक्राइन विभाग, ब्लड बैंक जीएलपी लैब, बोयोकेमेस्ट्री विभाग, सीसीआई लैब, विकृति विज्ञान विभाग ने प्रमुख भूमिका अदा की। मेडिसिनल केमिस्ट्री विभाग, फिजीयोलॉजी विभाग, नर्सिग कॉलेज, मेडिसिन विभाग व हृदय रोग विभाग ने विभिन्न लोगों का बीएमआई निकालकर उनको मोटापा व हृदय रोग के बारे में अवगत कराया। अस्थि रोग विभाग ने लगभग 700 रोगों का बोनडेनसीटी एवं यूरिक एसीड को मापा। रेडियोलॉजी विभाग ने नि:शुल्क अल्ट्रासोनोग्राफी की व्यवस्था की जिसमें महिलाओं एवं पुरुषों का रोग परीक्षण किया गया। हृदय रोग विभाग ने ईसीजी किया।

ब्0 यूनिट हुआ ब्लड डोनेट

कैंप में ब्0 यूनिट ब्लड संग्रहण किया गया। आयुर्वेदिक फार्मेसी की ओर से नि:शुल्क दवाईयां वितरित की गई। इस मेले में योग एवं मेडिटेशन का वैज्ञानिक पक्ष बताया गया तथा योग विधि का अभ्यास भी कराया गया। काय चिकित्सा विभाग ने पंचकर्म चिकित्सा के माध्यम से लगभग ख्7 लोगों की शिरोधारा व नाड़ी स्वेद के माध्यम से चिकित्सा की। इस मेले में खाद्य पदार्थो में मिलावट की जांच भी की गई। इस मौके पर निदेशक प्रो। वीके शुक्ल, दंत विज्ञान संकाय प्रमुख, प्रो। नरेश कुमार, आयुर्वेद संकाय प्रो। एम.साहू, चिकित्सा अधीक्षक प्रो। केके गुप्ता, प्रायोगिक औषध एवं शल्य अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ अनुसंधान अधिकारी डा। संतोष कुमार सिंह, प्रो। एसके सिंह, प्रो। नीरज अग्रवाल, प्रो। एसी कर, प्रो। वीएन मिश्रा, डा। आरपी मौर्या, डा। मुखोपाध्याय आदि मौजूद थे। स्वागत आधुनिक चिकित्सा संकाय प्रमुख प्रो। जेपी ओझा ने किया।

समापन पर विभिन्न प्रतियोगिताएं आज

हेल्थ कैंप के समापन क्ख् फरवरी को सुबह क्0 बजे से चित्रकारी, नारा लेखन, नुक्कड़-नाटक, लघु चलचित्र निर्माण आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इस संबंध में प्रो। यामिनी भूषण त्रिपाठी ने बताया कि विभिन्न प्रतियोगिताओं के लिए लगभग क्70 छात्रों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है।