- रमना में कूड़े के ढेर से निकाली जाएगी मीथेन गैस

- मीथेन गैस से ही होती है बदबू, कूड़े के ढेर से निकालकर बनाया जाएगा इंधन

VARANASI

अगर कूड़े से मीथेन को अलग कर दिया जाए तो इससे निकलने वाली बदबू दूर हो जाएगी। कूड़े में होने वाली मीथेन गैस ही बदबू का कारण होती है। नगर निगम ने एक और प्रोजेक्ट के तहत रमना डंपिग ग्राउंड में पड़े कूड़े के ढेर से मीथेन गैस को अलग करने का काम करवाने जा रही है। नगर आयुक्त श्रीहरि प्रताप शाही ने बताया कि अगर कूड़े से बदबू देने वाली गैस को निकाल लिया जाए तो लोगों को इससे राहत मिल जाएगी। इसके लिए बायोमिथेनाइजेशन प्रोजेक्ट लगाया जाएगा। इसके लिए सर्वे भी कराया गया है। कूड़े के ढेर से निकलने वाली गैस का प्रयोग भी इंधन के रूप में किया जा सकता है।

रोजाना गिरता है दो सौ टन कूड़ा

रमना में रोजाना लगभग दो सौ टन कूड़ा गिराया जाता है। 70 एकड़ में फैली इस जमीन में केवल कूड़े का ही ढेर है। इस एरिया के आस-पास कई गांव हैं। जहां पर लोगों का बदबू के कारण जीना मुहाल हो जाता है। इसका एक और दुष्प्रभाव वहां पर सब्जी की खेती पर भी पड़ता है।

ढेर के बीच से निकालेंगे बदबू

नगर निगम की ओर से बनाये जा रहे इस प्रोजेक्ट से कूड़े के ढेर से निकलने वाली मीथेन गैस को कई प्रयोगों में लाया जाएगा। कूड़े के ढेर के बीच में एक गहरा गढ्डा कर उसमें एक पाईप से बना इक्विपमेंट डाला जाएगा। इसके सहारे कूड़े के ढेर से नीचे तक की मीथेन गैस को निकाल कर कलेक्ट कर लिया जाएगा। इसका इस्तेमाल रमना में बनने वाले प्लांट में भी किया जा सकता है। साथ ही इसकी गैस को कलेक्ट कर इंधन के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते है।

निगम लगायेगा छोटे-छोटे प्लांट

बायोमीथेनाइजेशन के जरिए कूड़े से गैस बनाया जाता है। इसके लिए एक छोटा प्लांट नगर निगम के परिसर में भी लगा हुआ है। जिससे गैस बनायी जा रही है। इसी तरह से कई छोटे-छोटे प्लांट लगाकर सालिड और लिक्विड वेस्ट से गैस निकाली जा सकती है और बचे हुए वेस्ट को खाद बनाया जा सकता है। रमना डंपिंग ग्राउड में इसके लिए प्रयास किया जा रहा है।