-प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को कोसा

-कार्यकर्ताओं ने चकिया कोतवाली का किया घेराव, कोतवाल को सौंपा पत्रक

(चंदौली): प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को हल्लाबोल दिया। इस दौरान चकिया कोतवाली का घेराव कर धरना दिया। धरना स्थल पर ही हुई सभा में वक्ताओं ने प्रदेश की कानून व्यवस्था का जंगल राज से तुलना करते हुए सपा सरकार पर जमकर हमला बोला।

सब हैं असुरक्षित

कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था का नामोनिशान नहीं रह गया है। मथुरा के जवाहर बाग कांड ने यह साबित कर दिया है कि सपा शासन में सरकारी भूमि सहित गरीबों की जमीनों पर अवैध कब्जा का दौर चल रहा है। इसके चलते गरीब किसान अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। सपा शासन में एक पक्षीय कार्रवाई के चलते लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त है। कैराना सहित प्रदेश के कई हिस्सों में लोगों का पलायन यह साबित कर रहा है कि पुलिस का इकबाल व कानून व्यवस्था का भय दबंगों व सपा सरकार के समर्थकों के सामने बौना साबित हो गया है। स्थानीय स्तर पर आए दिन अपराध हो रहे हैं। जिनपर पुलिस नियंत्रण करने में असफल साबित हो रही है। पुलिस का एक मात्र कार्य अवैध वसूली पर टिका हुआ है।

अवैध खनन जोरों पर

अवैध बालू व पहाड़ों का खनन खुलेआम हो रहा है। लेकिन इस पर कोई अंकुश नहीं लग रहा है। चेतावनी दी कि यदि समस्या इसी तरह बनी रही तो भाजपा कार्यकर्ता उग्र प्रदर्शन को बाध्य होंगे। इसके पूर्व चकिया काली जी पोखरे पर सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता इकट्ठा हुए। प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए चकिया कोतवाली पहुंचे। जहां पुलिस ने कार्यकर्ताओं को परिसर के बाहर रोक लिया। यही भाजपा कार्यकर्ता धरने पर बैठ गये। सभा कर सपा सरकार की नीतियों व ध्वस्त कानून व्यवस्था पर प्रहार किया। अंत में मांगों से संबंधित ज्ञापन कोतवाल को सौंपा। इस दौरान पूर्व विधायक शिव तपस्या पासवान, रामदूलारे गोड, ओम प्रकाश सिंह मन्ने, डॉ। रामअधार जोसफ, डॉ कुंदन कुमार, विजय शंकर पांडेय, संतोष सिंह, राजेश बहेलिया, अमित चौधरी, रामनाथ खरवार, सुभाष सोनकर समेत कई कार्यकर्ताओं ने सभा को संबोधित किया। अध्यक्षता भगवान दास मौर्य व संचालन उमाशंकर ने किया।