-सिगरा में कूड़े के ढेर में हुआ जोरदार विस्फोट

-इलाके में फैली दहशत, पुलिस बता रही कूड़े में था पटाखा

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VARANASI : सिगरा क्षेत्र में रोज की तरह सोमवार की सुबह भी लोग रोजमर्रा के काम में मशगूल थे। तभी सिंचाई विभाग कॉलोनी की बस्ती में मौजूद कूड़े के ढेर में जोरदार धमाका हुआ। इससे अफरा-तफरी का माहौल हो गया। हर कोई दहशत से भर उठा। सूचना मिलने पर तत्काल भारी संख्या में पुलिस पहुंच गयी। डॉग स्क्वायड और बम डिस्पोजल स्क्वॉड को मौके पर बुलाया गया। पुलिस के आला अधिकारी भी आ पहुंचे। जांच के बाद बताया कि कूड़े में पटाखा था जो गर्मी से फट पड़ा। हांलाकि पुलिस की इस बात से इत्तेफाक रखने वाले कम ही हैं। ढेरों लोगों की जुबान पर यही बात थी कि यह दहशतगर्दो का कोई ट्रायल तो नहीं है।

दूर तक सुनी गयी आवाज

सिंचाई विभाग कॉलोनी के मुख्यद्वार पर बस्ती में महीनों से कूड़े का ढेर लगा रहता था। आसपास के घरों का कूड़ा भी वहीं फेंका जाता है। सप्ताह या पखवारे में नगर निगम के सफाई कर्मी आधा-अधूरा कूड़ा उठाकर ले जाते थे। सुबह के करीब पौने दस बजे कूड़े के ढेर में जोर का धमाका हुआ। आवाज इतनी तेज थी कि आधा किलोमीटर दूर तक सुनायी दी। आसपास के घरों की खिड़की के शीशे टूट गए। बस्ती के लोग घरों से निकलकर बाहर आ गए। हर किसी के चेहरे पर खौफ कायम था। सब धमाके की वजह जानना चाह रहे थे। कोई और धमाका नहीं हो जाए इस डर से जिस स्थान पर धमाका हुआ उस तरफ कोई जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था।

पुलिस ने सील किया इलाका

सिगरा में धमाके की सूचना मिलते ही चंद मिनटों में सिगरा, जैतपुरा, चेतगंज समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गयी। भीड़ को सेफ प्लेस की ओर भेजकर पूरे इलाके को जैसे सील कर दिया गया। डर था कि कूड़े के ढेर में और धमाके न हो जाएं। बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वॉड को बुला लिया गया। अभी जांच चल रही थी कि धमाके की वजह से उठी चिंगारी से कूड़े में आग लग गयी। तत्काल फायर ब्रिगेड के जवानों ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाया। पानी की बौछार ने विस्फोट का वजह पर पर्दा डाल दिया। पुलिस को ऐसा कुछ खास नहीं मिल सका जिससे धमाके की वजह जानी जा सके। फोरेंसिक टीम जांच के लिए थोड़े बहुत टुकड़े आदि बटोरकर ले गयी।

पटाखा बता रही पुलिस

एसपी सिटी सुधाकर यादव ने मौका मुआयना किया। प्रारम्भिक जांच के आशंका जताई कि शादी-विवाह के मौके पर होने वाली आतिशबाजी का सामान किसी ने कूड़े में फेंक दिया होगा। गर्मी के चलते उसी में से किसी पटाखे में विस्फोट हो गया। विस्फोट का घटना स्थल नगर निगम से चंद कदमों की दूरी पर है। बावजूद इसके महीनों से मुकम्मल कूड़ा उठान नहीं हो रहा था। पुलिस ने कूड़े की छानबीन करने के बाद नगर निगम के अधिकारियों से उसे हटाने के लिए संपर्क किया। दोपहर के साथ ही पूरा कूड़ा हटा दिया गया।

पहले तो नहीं हुआ ऐसा

विस्फोट की सूचना ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी। जितनी मुंह उतनी बातें होती रहीं। इंटेलिजेंस के भी कान खड़े हो गए। अपने स्तर से मामले की छानबीन में जुट गयी। प्रारम्भिक जांच को लखनऊ और दिल्ली में बैठे अधिकारियों तक पहुंचाया। इंटेलिजेंस के अधिकारी इस बात को समझ नहीं पा रहे हैं कि कूड़े में आखिर कितने मात्रा में पटाखा मौजूद था जिससे इतना जोरदार धमाका हुआ। आमतौर पर शादी-विवाह में रोशनी करने वाले क्रैकर्स का ज्यादा यूज होता है। वह भी स्काई शॉट, अगर ऐसा होता तो लोगों आतिशबाजी जरूर नजर आती जबकि ऐसा नहीं हुआ।

कहीं यह ट्रायल तो नहीं

इंटेलिजेंस लम्बे समय से शहर को संवेदनशील बता रहा है। उसके मुताबिक हर वक्त यहां किसी वारदात का खतरा बना हुआ है। पूरी तरह से तस्दीक कर लेना चाहती है कि कहीं यह अमन के दुश्मनों का कोई ट्रायल तो नहीं है। आधा दर्जन बार आतंकी हमला झेल चुके शहर में कई बार भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हो चुका है। लगभग एक साल पहले लंका पुलिस ने कई सौ किलो विस्फोटक बरामद किया था। पाण्डेयपुर चौराहे के पास तीन बोरियों में भरा संदिग्ध पाउडर बरामद हुआ था। बम डिस्पोजल दस्ता शुरुआती जांच में इसे बम बनाने में इस्तेमाल होने वाला पाउडर बता रहा था। नक्सल प्रभावित इलाके से घिरे शहर बनारस में आतंक का खतरा हर वक्त और हर तरफ से है। हाल में प्रदेश के दूसरे शहरों में पकड़े गए आतंकियों ने बनारस में वारदात की तैयारियों के बारे में बताया है। मददगार के लिए स्लीपिंग मॉड्यूल की मौजूदगी को स्वीकार किया है।